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धार्मिक कार्यक्रम में दिखी पुरानी संस्कृति की झलक

संवाद सूत्र, रतिया: गांव लाली के होली विज्डम कॉन्वेंट स्कूल में नए शैक्षणिक सत्र को लेकर रविवार को ध

By Edited By: Published: Mon, 20 Feb 2017 01:00 AM (IST)Updated: Mon, 20 Feb 2017 01:00 AM (IST)
धार्मिक कार्यक्रम में दिखी पुरानी संस्कृति की झलक
धार्मिक कार्यक्रम में दिखी पुरानी संस्कृति की झलक

संवाद सूत्र, रतिया: गांव लाली के होली विज्डम कॉन्वेंट स्कूल में नए शैक्षणिक सत्र को लेकर रविवार को धार्मिक सत्संग व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्कूल में नए बनने वाले मंदिर की आधारशिला भी रखी गई। कार्यक्रम की शुरूआत स्कूल प्रांगण में मंदिर के निर्माण को लेकर सिरसा संघर सादा डेरे के संत ब्रहृमदास ने मंदिर की नींव पत्थर को रखा। उन्होंने कहा कि आज के युग में शिक्षा के साथ-साथ आध्यात्मिक शिक्षा की भी बेहद जरूरत है। इसलिए शिक्षकों को चाहिए कि बच्चों को आध्यात्मिक शिक्षा की ओर जोड़े । उन्होंने कहा की विद्यार्थियों को भी गुरु के महत्व को समझना चाहिए ,गुरु जो शिक्षा देता है विद्यार्थियों को उसे पूरे मन ओर ध्यान से ग्रहण करना चाहिए कभी यही शिक्षा विद्यार्थी का जीवन बदल सकती है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति के जीवन में गुरु का महत्व बहुत बड़ा है गुरु के बिना व्यक्ति इस संसारिक दुनिया में अधूरा है।

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इस मौके पर स्कूल प्रबंधकों द्वारा पुरानी सभ्यता व कल्चर को लेकर एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में फुलकारी गांवों में होने वाले पुराने विवाह समारोह पुरानी रेहडी, बर्तन ,चरखा आदि की प्रदर्शनी लगाई की। इस अवसर पर गुरु का अटूट लंगर भी चलाया गया। इस मौके पर खंड शिक्षा अधिकारी रमेश दहिया ,बूटाराम, स्कूल के डायरेक्टर राज कंबोज, वीरेंद्र कंबोज ,नवजोत कौर कंबोज, शैलेंद्र गोस्वामी, राकेश ललित, स्वर्ण ¨सह शम्मी आदि उपस्थित थे।


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