आरक्षण के मुद्दे पर सरकार का रुख स्पष्ट नहीं : ढाका
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष सूबे ¨सह ढाका ने
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष सूबे ¨सह ढाका ने कहा कि सरकार ने यदि जल्द जाट आरक्षण मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर समाज को राहत नहीं दी और दर्ज मुकदमे वापस नहीं लिए तो तीन राज्यों में होने वाले चुनावों में जाट समाज भाजपा का कड़ा विरोध करेगा। ढाका बृहस्पतिवार को अपने अनाजमंडी स्थित प्रतिष्ठान पर समिति पदाधिकारियों को 27 अगस्त को रोहतक में होने वाली सर्वजन समाज की रैली के संबंध में संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने समिति पदाधिकारियों की रैली में जिला से अधिक से अधिक भागीदारी करने के लिए प्रबंधन कमेटियां बनाकर जिम्मेवारियां भी सौंपी।
समिति प्रदेशाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि यदि जाटों को आरक्षण नहीं मिला तो यूपी, उत्तराखंड तथा पंजाब के होने वाले विधानसभा चुनावों में जाट बीजेपी उम्मीदवारों को हराने के लिए प्रचार-प्रसार करेंगे। उन्होंने कहा कि जाट समाज हमेशा से सचाई के साथ चलता रहा है और अपना हक लेने के लिए हर तरह की कुर्बानी देने से भी कभी पीछे नहीं हटा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आपसी भाईचारा कायम रह सके और जाट समाज की जो छवि खराब करने के पिछले दिनों कुछ स्वार्थी लोगों ने प्रयास किए हैं, उसका जवाब देने के लिए समिति ने 27 अगस्त को रोहतक में भाईचारा रैली करने का निर्णय लिया है। इस रैली में जाट ही नहीं, बल्कि हरियाणा सहित कई अन्य राज्यों के दलित, पिछड़ा वर्ग आदि 36 बिरादरियों के बड़े नेता भी भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि जाट आरक्षण आंदोलन 2007-08 से शुरू हुआ था। उस समय किसी भी नेता ने भाईचारा तोड़ने वाली बयानबाजी नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि आरक्षण आंदोलन में षडयंत्र के पीछे बीजेपी सरकार का अहम रोल रहा है। उन्होंने दावा किया कि 27 अगस्त की रैली में 90 प्रतिशत से ज्यादा खाप पंचायतें शामिल होंगी और इस रैली में 10 राज्यों से सभी जातियों के 1 लाख से अधिक लोग भागीदारी करेंगे। इस अवसर पर उनके साथ युवा नेता सुनील ढाका, पवन ढाका, देवेन्द्र ¨सह आदि उपस्थित थे।