पशुपालन विभाग ने शिविर में किया 160 पशुओं का इलाज
संवाद सूत्र, टोहाना हिसार स्थित लाला लाजपत राय पशुचिकित्सा एवं पशुविज्ञान विर्श्वविद्यालय (लुवास)
संवाद सूत्र, टोहाना
हिसार स्थित लाला लाजपत राय पशुचिकित्सा एवं पशुविज्ञान विर्श्वविद्यालय (लुवास) के वरिष्ठ चिकित्सकों के सहयोग से पशुपालन विभाग ने गांव गाजूवाला के पशु अस्पताल में एक शिविर लगाकर 160 से अधिक पशुओं का निश्शुल्क उपचार किया। इस दौरान पशुओं के लिए दवाइयां वितरित की गई और पशुपालकों को पशुधन से अधिक लाभ लेने के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए गए।
पशु चिकित्सा शिविर में लुवास के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नरेश ¨जदल, पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. काशीराम, पशु चिकित्सक डॉ. विक्रम इंदौरा व डॉ. जॉनी चावला आदि ने 90 गाय-भैंसों, 70 भेड़-बकरियों सहित अन्य पशुओं का निशुल्क उपचार किया। शिविर में बांझ पशुओं का हार्मोन थैरेपी से उपचार किया गया। शिविर में संतुलित आहार की कमी के कारण पशुओं में होने वाले रोगों के बारे में जानकारी देते हुए पशुपालकों को खनिज-मिश्रण व कृमिनाशक दवाएं वितरित की गई।
इस दौरान पशु चिकित्सकों ने बांझ पशुओं के कारण होने वाले आर्थिक नुकसान और इससे बचाव के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। पशुओं में होने वाले गलघोटू, मुंह-खुर, फडकिया रोग, पीपीआर, माता रोग व अन्य बीमारियों के लक्षण, इनके बचाव संबंधी उपाय तथा उपचार के बारे में पशुपालकों को जागरूक किया गया। चिकित्सकों ने बताया कि पशुओं में होने वाली बीमारियों का निश्शुल्क उपचार पशुपालन विभाग द्वारा किया जाता है। पशुओं में किसी प्रकार की बीमारी आने की स्थिति में पशुपालकों को सीधा गांव में तैनात पशु चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
पशु चिकित्सकों ने वर्षा ऋतु में पशुओं का विशेष ध्यान रखने की सलाह पशुपालकों को दी। बरसात में पशुओं में होने वाले रोगों व उनके बचाव के बारे में भी पशुपालकों को जागरूक किया गया। इस दौरान प्रदेश सरकार व पशुपालन विभाग द्वारा पशुपालकों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गईऔर पशुपालकों से इनका अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया गया। गाजूवाला गांव के सरपंच विजय हरिपाल, वीएलडीए नरसी भगत, पशु परिचर छबीलदास, लुवास से रामस्वरूप व सुनील कुमार सहित अन्य ग्रामीणों ने शिविर को सफल बनाने में भरपूर सहयोग किया।