शेड्यूल से दो घंटे कम बिजली आपूर्ति
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : धान के सीजन में किसानों को आठ घंटे बिजली सप्लाई नहीं मिल रही है। इससे कि
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : धान के सीजन में किसानों को आठ घंटे बिजली सप्लाई नहीं मिल रही है। इससे किसानों में रोष है। बिजली कम मिलने के चलते किसान निगम के अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन भी कर रहे हैं। फिर भी किसानों को निर्धारित आठ घंटे बिजली सप्लाई नहीं दी जा रही है। जबकि बिजली निगम द्वारा जारी शेड्यूल में आठ घंटे बिजली सप्लाई करने का प्रावधान है।
किसान लाखों रुपये खर्च कर धान की फसल के लिए टयूबवेल का कनेक्शन करवाते हैं लेकिन उन्हें बिजली निगम द्वारा धान के सीजन में ही सही से बिजली सप्लाई नहीं दी जा रही है। गांव अयाल्की के सुनील, हिजरावां के राम¨सह, बोसवाल के रमेश सहित अनेक किसानों का आरोप है कि तीन लाख रुपये लेने के बाद भी बिजली निगम उनसे सही से बिजली सप्लाई नहीं करता। उनका कहना है कि आठ घंटे की बजाए उन्हें छह घंटे बिजली सप्लाई दी जाती है। उसमें भी दो तीन कट लग जाते हैं। एक टयूबवेल से पांच एकड़ में धान की फसल तैयार नहीं होती। उन्होंने कहा कि यदि जल्द से बिजली निगम ने सप्लाई सही नहीं कि तो वे अधिकारियों का घेराव करेंगे।
203 फीडर ट्यूबवेल कनेक्शन के
फतेहाबाद डिवीजन में 80 प्रतिशत फीडर टयूबवेल कनेक्शन के है। धान के सीजन में 4 लाख से बढ़कर 16 लाख यूनिट प्रतिदिन बिजली सप्लाई की मांग हो जाती है। बिजली निगम के पास लोड अधिक होने के कारण बिजली के कट लगने लग जाते है। इस कारण किसानों को 7 घंटे की बिजली सप्लाई सही से नहीं मिलती।
वर्जन
ऐसी कोई बात नहीं है। बिजली सप्लाई किसानों को सही दी जा रही है। किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जा रही है। जिन फीडरों से वाटर सप्लाई के लिए लगाए गए टयूबवेल को बिजली सप्लाई होती है। वहां पर सात घंटे प्लस एक घंटे के शेड्यूल के अनुसार बिजली सप्लाई हो रही है। अन्यथा आठ घंटे बिजली सप्लाई दी जा रही है।
- जोगिन्द्र, कार्यकारी अभियंता, बिजली निगम।