भाजपा नेता पर कार्रवाई न होने पर भड़के लोग, जाम
संवाद सूत्र, टोहाना: पिछले एक सप्ताह से पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर हर रोज सवाल उठ रहे हैं। पांच
संवाद सूत्र, टोहाना: पिछले एक सप्ताह से पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर हर रोज सवाल उठ रहे हैं। पांच दिन पहले सीआइए पुलिस द्वारा नागपाल बंधुओं की पिटाई का मामला हो या फिर हिसार के एक युवक को टॉर्चर करना हो। इस कड़ी में एक और मामला शनिवार को टोहाना से जुड़ गया। पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट वार्ड 13 के लोगों ने शनिवार को भगवान वाल्मीकि चौक पर लगभग पांच घंटे तक जाम लगाकर यातायात अवरूद्ध कर दिया। इससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। फतेहाबाद से हिसार व चंडीगढ़ को जाने वाला मार्ग अवरूद्ध हो गया। वाहन चालकों को वापस अन्य मार्गो से गुजरना पड़ा।
वार्ड 13 स्थित गीता कॉलोनी निवासी शीशन ने आरोप लगाया कि उन्होंने चुनाव के दौरान विजेता उम्मीदवार की मदद की थी। उस रंजिश के चलते तीन दिन पूर्व वेद जांगड़ा व उसकी पत्नी तथा उनके पड़ोसियों ने घर में घुसकर उनके साथ मारपीट कर घायल कर दिया। इससे
उसके बेटे धीरज व उसे कई जगह चोट आई। उन्हें सरकारी अस्पताल से अग्रोहा रेफर कर दिया गया। लेकिन पुलिस ने उनके बयान दर्ज करने के तीन दिन बाद भी आरोपियों के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने बताया कि शनिवार को उसका परिवार व वार्ड के लोग एकत्र होकर थाने में गए थे। वहां पुलिस ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की। उसके बाद सभी ने भगवान वाल्मीकि चौक आकर धरना शुरू किया ताकि उनकी आवाज उच्च अधिकारियों तक पहुंचे और उन्हें न्याय मिल सके।
गौरतलब है कि शनिवार को छुट्टी होने के कारण कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा जबकि पुलिस के सभी अधिकारी कोई बैठक में गए हुए थे इसलिए शहर थाना के सहायक अधिकारी फूल ¨सह व जांच अधिकारी अशोक कुमार की प्रदर्शनकारियों ने एक ना सुनी। इसके उलट उन्होंने पुलिस पर ही आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया।
प्रात: पौने ग्यारह बजे धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों की बात सुनने के लिए जब प्रशासन की ओर से कोई अधिकारी नहीं पहुंचा तो उन्होंने भयंकर गर्मी के चलते चौक में टेंट लगाकर अपना प्रदर्शन जारी रखा। लगभग दो बजे तहसीलदार नवदीप नैन ने मौके पर पहुंच प्रदर्शनकारियों की बात को ध्यान से सुना और उन्हें उनकी शिकायत पर गौर करने का आश्वासन दिया। लेकिन उसके बावजूद भी प्रदर्शनकारी सड़क पर बैठे रहे।
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जज की गाड़ी को रोका
इससे पूर्व फतेहाबाद की ओर से चंडीगढ़ उच्च न्यायालय में एसीजेएम अक्षयदीप के वहां से गुजरने पर उनकी कार भी प्रदर्शनकारियों का शिकार बन गई। स्थानीय पुलिस प्रशासन के आग्रह के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने कार को बाहर नहीं निकलने नहीं दिया। पौना घंटा तक जाम में फंसी कार में से स्वयं न्यायाधीश उतर कर किसी प्राइवेट वाहन में सवार होकर विश्राम स्थल तक पहुंचे और लगभग पंद्रह मिनट बाद कार को बाहर निकाला गया। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि आरोपियों पर मामला दर्ज नहीं किया गया तो वह रात्रि को भी सड़क पर डटे रहेंगे।
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यह कहना है पुलिस का
इस संदर्भ में जांच अधिकारी अशोक कुमार का कहना है कि शीशन का जिससे झगड़ा हुआ था उन्हें थाने में बिठाया हुआ है। उन्होंने बताया कि उन्होंने रपट लिख मामले की तफ्तीश शुरू की हुई हैं। लेकिन प्रदर्शनकारियों द्वारा भाजपा नेता वेद जांगड़ा पर मारपीट करने का आरोप लगाया जा रहा था।
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क्या कहते हैं भाजपा नेता
भाजपा नेता वेद जांगड़ा ने बताया कि शीशन का उनके पड़ोसी से झगड़ा हुआ है। इस झगड़े में उनका व उनके परिवार का कोई लेना-देना नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग जानबूझ कर इसे राजनीतिक रंग दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह लगभग 22 वर्षों से यहां पर रह रहे हैं। उनका किसी से कोई तकरार नहीं हैं। उन्होंने बताया कि जिस घर के पास उनका झगड़ा हुआ है वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा सकती है।