बिन पानी लहलहाती इस किक्रेट नर्सरी की पौध
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद गजब की खेल नर्सरी है यह भी। सुविधाओं का पानी न मिलने के बावजूद इस क्रिके
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद
गजब की खेल नर्सरी है यह भी। सुविधाओं का पानी न मिलने के बावजूद इस क्रिकेट नर्सरी की पौध राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर लहलहा रही है। मुंढ़ाल की मिट्टी से बनी भोडि़याखेड़ा खेल स्टेडियम की पिच से प्रैक्टिस कर निखरी राज्य स्तर पर क्रिकेट प्रतिभाएं सुविधाओं का मोहताज है। खिलाडि़यों को सुविधाओं को पूरी तरह से सरकार की ओर से सुविधा नहीं दी जा रही है। उसके बाद भी खिलाड़ियों की लगातार मेहनत कर अपनी प्रतिभा को निखार रहे है।
जिले में भावी किक्रेटरों को निखारने के लिए भोडि़याखेड़ा खेल स्टेडियम में मुंढ़ाल की मिट्टी की पिच बनाई हुई है। इस पिच पर प्रतिदिन करीब 50 खिलाड़ी प्रैक्टिस करते हैं। वहीं खिलाडि़यों के लिए नेट प्रैक्टिस की सुविधा दी हुई है, इसकी पिच की बदौलत जिले कई खिलाड़ियों को राज्य की तरफ से खेलने का मौका मिला है। वहीं पिच का निर्माण करने के लिए छोटा रूलर भी उपलब्ध है।
-खेल विभाग में क्रिकेट का सिर्फ एक कोच :
जिला खेल विभाग में किक्रेट के सिर्फ एक प्रशिक्षक ओपी सिहाग है। उनकी ही देखरेख में खिलाड़ी प्रशिक्षण लेते है। उनकी बदौलत जिले के कई खिलाड़ी प्रदेश की टीम में अंडर 19 व अंडर 21 खेल रहे, लेकिन जिला खेल विभाग में और किक्रेट कोच न होने के कारण जिले के दूसरे शहर में युवाओं को क्रिकेट में आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल पाता। वहीं एक प्रशिक्षक अधिक संख्या में अभ्यर्थियों को सही से प्रेक्टिस नहीं करवा पाता।
--जिला खेल स्टेडियम में किक्रेट की प्रैक्टिस करने के लिए सभी प्रकार की सुविधा है। वे प्रतिदिन शाम को खिलाड़ियों को प्रैक्टिस करवाते है। इस सीजन में कई खिलाडि़यों राज्य स्तरीय टीम में चयन हुआ है। वहीं जिले की टीम को दूसरे प्रदेश में भी खेलने के लिए भेजा जाता है।
-ओपी सिहाग,
क्रिकेट प्रशिक्षक।
--खेल विभाग की तरफ से क्रिकेट खेलने वाले युवाओं को सभी प्रकार की सुविधाएं दी हुई है। स्टेडियम में नेट प्रैक्टिस करने के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर की पिच बनाई हुई है। जहां पर युवा प्रतिदिन अभ्यास करते है।
-सुबे ¨सह बैनीवाल।
जिला खेल अधिकारी।