बीमा राशि पाने के लिए पिता की हत्या
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : गांव भूथनकलां निवासी 50 वर्षीय ओंकार की मौत के मामले का पटाक्षेप हो गया
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : गांव भूथनकलां निवासी 50 वर्षीय ओंकार की मौत के मामले का पटाक्षेप हो गया है। पहले तो पुलिस व चिकित्सकों को मामला सड़क दुर्घटना का लग रहा था। बकायदा पुलिस ने दुर्घटना मानते हुए केस भी दर्ज कर लिया था। लेकिन बाद में पता चला कि ओंकार की हत्या की गई थी। हत्यारा भी कोई और नहीं, बल्कि उसका अपना बेटा कुलदीप है। पुलिस जांच में पता चला है कि कुलदीप ने 70 लाख रुपये की बीमा पॉलिसी का लाभ लेने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया था। दो लोगों ने मिलकर उसकी हत्या की थी। दूसरा आरोपी गांव का ही राजेंद्र नाम का युवक है। कुलदीप को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी अभी बाकी है।
दरअसल, सप्ताह भर पहले ओंकार का भिरडाना के पास शव मिला था। उसका शरीर बुरी तरह कुचला हुआ था। पुलिस शव को उठाकर सामान्य अस्पताल ले गई, जहां उसका पोस्टमार्टम हुआ। उसकी शिनाख्त के बाद परिजनों को भी सूचित किया गया। शव का मुआयना करने के बाद चिकित्सकों ने अंदेशा जताया कि उसकी मौत सड़क दुर्घटना में हुई है। इसी आधार पर पुलिस ने भी सड़क दुर्घटना का मामला दर्ज कर लिया। इस बीच पुलिस को खबर मिली कि मामला सड़क दुर्घटना का नहीं, बल्कि हत्या का है। इसके बाद पुलिस ने गांव में जाकर नए सिरे से जांच शुरू की। जांच के दौरान मृतक का बेटा कुलदीप पुलिस का सहयोग नहीं कर रहा था। उसके हाव-भाव देखकर लग नहीं रहा था कि उसे अपने पिता की मौत का जरा भी दुख हो। बस, यहीं से पुलिस को उस पर शक हो गया जिसके बाद उसे पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया।
कर्ज लेकर चुकाता रहा किश्तें
पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो मामले से पर्दा उठता चला गया। पुलिस के मुताबिक ओंकार शराब का आदी था। उसके बेटे कुलदीप ने योजनाबद्ध तरीके से अपने पिता के नाम से बीमा पॉलिसी ली। पुलिस के मुताबिक यह 70 लाख रुपये की पॉलिसी थी। हालांकि गांव में चर्चा है कि 3 करोड़ रुपये का बीमा था। कुलदीप के पास किश्त भरने के लिए रुपये नहीं थे। वह लोगों से कर्ज लेकर किश्तें चुका रहा था। कुछ रुपये उसने साथी राजेंद्र से भी ले रखे थे। इसलिए उसने राजेंद्र के साथ मिलकर योजना बनाई। वारदात की शाम को दोनों उसे एक गाड़ी में बैठाकर गांव भिरडाना के पास ले गए। दोनों ने मिलकर उसे सड़क पर लिटाया और गाड़ी से कुचल कर हत्या कर दी। शव को वहीं छोड़कर घर आ गए, जैसे उन्हें कुछ पता ही न हो।
बीमा कंपनी के एजेंटों का हाथ
बताया गया है कि यह बीमा पॉलिसी किसी दूसरे राज्य की कंपनी से ली थी। उस कंपनी के एजेंट ने ही उसे ऐसा करने के लिए उकसाया था। ऐसे तीन एजेंसी के नाम भी सामने आ रहे हैं। उन्होंने ही उसे बीमा पॉलिसी कराने की सलाह दी। बाद में उन्होंने ही उसे हत्या का तरीका बताया था। इसको लेकर फिलहाल पुलिस गहनता से जांच कर रही है।
पिता की हत्या मामले में गिरफ्तार कुलदीप सिंह विवाहित है। उसके घर में पत्नी के अलावा, मां, एक बहन व दादी है। करीब सात एकड़ है और किसी प्राइवेट कंपनी में जॉब किया करता था। कोई भाई नहीं है और बहन भी अविवाहित है। आरोपी की उम्र करीब 25 साल है।
जांच अभी पूरी नहीं हुई : एसएचओ
सदर थाना प्रभारी बिमला देवी ने बताया कि पुलिस ने मुख्य आरोपी कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया है, जो मृतक का बेटा है। दूसरे आरोपी की पहचान राजेंद्र के रूप में हुई है, जो उसके साथ था। जांच अभी पूरी नहीं हुई। कई बातें निकलकर सामने आ रही हैं।