लाखों की आमदन, पानी व शौचालय की सुविधा तक नहीं
संवाद सूत्र, जाखल : जाखल बस स्टैंड पर यात्रियों को न तो पीने का पानी मिल रहा है और न ही शौचालयों की
संवाद सूत्र, जाखल : जाखल बस स्टैंड पर यात्रियों को न तो पीने का पानी मिल रहा है और न ही शौचालयों की सुविधा उपलब्ध है। भीषण गर्मी में जहां यात्री ठंडे पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। इस ओर जिला प्रशासन तो दूर, सबंधित रोडवेज विभाग अधिकारी ही आंखें बंद करके बैठे हैं।
जाखल बस स्टैंड से रोडवेज विभाग को होने वाली आय पर नजर डाले तो प्रतिदिन करीब सौ से भी ज्यादा बसों से अड्डा फीस वसूली जाती है। हर बस से 35 रुपये प्रति चक्कर की फीस वसूली जाती है । दिन में सौ से भी ज्यादा बसों से करीब 35 सौ रुपये प्रतिदिन के हिसाब से हर महीने 1 लाख से ज्यादा की आय बसों से ही की जा रही है। इसके अलावा बस स्टैंड पर कैंटीन, फल विक्रेता, जनरल स्टोर आदि दुकानदारों से भी हर साल लाखों रुपये की आमदन की जाती है। लेकिन इसके बदले रोडवेज विभाग बस स्टैंड पर न तो पीने का पानी ही उपलब्ध करा रहा है और न ही शौचालय सुविधा है। लाखों का खर्च कर शौचालयों का निर्माण किया गया था लेकिन बस स्टैंड का लेवल साथ लगते सीवरेज के लेवल से नीचा होने के कारण शौचालय बेकार हो गया है। इसके कारण खासकर महिलाओं को शौच जाने के लिए परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। यात्री पवन कुमार, मनोज, हरदेव ¨सह, राम¨सह, विक्रम कुमार, जय¨सह, बूटा ¨सह सहित अन्य कई लोगों ने कहा कि पीने का पानी व शौचालय की सुविधा का होना सबसे ज्यादा जरूरी है। लेकिन यहां पर कुछ भी नहीं है। सुनील कुमार ¨मटा, संजय ¨जदल, रमेश ¨सगला, गोल्डी शर्मा ने कहा कि दो साल पहले जाखल मंडी में नए बस स्टैंड की घोषणा हुई थी। इसमें कहा गया था कि जाखल में नया बस स्टैंड बनाकर लोगों को आधुनिक सुख सुविधाएं दी जाएंगी। लेकिन इसके बाद नए बस स्टैंड के लिए प्रोजेक्ट बनना तो दूर पुराने बस स्टैंड की हालत को भी सुधारने का कोई कदम नहीं उठाया। इस बारे में रोडवेज के जीएम फतेहाबाद लेखराज ने बताया कि नया बस स्टैंड बनाने के लिए प्रपोजल भेजा हुआ है। लेकिन अभी तक विभाग की ओर से उसके बारे में कोई कार्रवाई नहीं भेजी है।