रेल बजट: सत्तापक्ष में खामोशी, विपक्ष हुआ मुखर
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : रेल बजट में जिले की झोली में कुछ नहीं आया। रेल की पटरी तो दूर कोई गाड़ी भ
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : रेल बजट में जिले की झोली में कुछ नहीं आया। रेल की पटरी तो दूर कोई गाड़ी भी नहीं मिली। जनता निराश हुई तो राजनीतिक गलियों में हलचल होनी ही थी। रेल बजट के बहाने विपक्षी दलों को भी बोलने का मौका मिल गया। सत्ता पक्ष खामोश है। बस, एक ही बात कह रहा है कि इस बजट के दूरगामी परिणाम आएंगे। मगर विपक्षी दल के नेता सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। सरकार की आलोचना भी स्वभाविक है। क्योंकि फतेहाबाद को पिछले कई साल से सिर्फ आश्वासन ही मिल रहे हैं। ऐसे अनेक प्रोजेक्ट हैं, जो दूसरे जिलों में तो हैं, मगर हमारे यहां नहीं है। सिर्फ और सिर्फ, रेल सुविधा के अभाव के कारण। हर वर्ग निराशा महसूस कर रहा है।
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सरकार ने सोचा ही नहीं : दुड़ाराम
हजकां नेता एवं पूर्व विधायक दुड़ाराम का कहना है कि आज राज्य व केंद्र, दोनों में एक ही पार्टी की सरकार है। इसके बावजूद फतेहाबाद को रेल सेवा नहीं मिली। इसके लिए दोनों ही सरकारों को जिम्मेदार माना जा सकता है। इससे साफ है कि सरकार फतेहाबाद जिले की अनदेखी कर रही है।
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व्यापारी वर्ग पिछड़ रहा है: प्रहलाद
पूर्व सीपीएस एवं कांग्रेस नेता प्रहलाद सिंह गिल्लांखेड़ा का कहना है कि फतेहाबाद शहर रेल सेवा में अभाव में पिछड़ा है। यदि फतेहाबाद जिले के फतेहाबाद व रतिया को रेल लाइन से जोड़ा जाता तो व्यापारी वर्ग का विकास होता। बजट हमारे लिए तो निराशाजनक ही है।
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भाजपा की नीति का नमूना : बलवान
इनेलो नेता एवं फतेहाबाद के विधायक बलवान दौलतपुरिया का कहना है कि फतेहाबाद को रेल सेवा नसीब न होता भाजपा की नीति का परिणाम है। कल तक भाजपा कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करती होती थी। अब तो भाजपा की सरकार है। अब फतेहाबाद को निराशा क्यों किया, जनता जवाब मांग रही है।
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दूरगामी परिणाम आएंगे: बराला
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं टोहाना के विधायक सुभाष बराला का कहना है कि यह बजट राष्ट्र हित में है। इसके आने वाले समय में अच्छे परिणाम आएंगे। फिलहाल किसी को निराश होने की जरुरत नहीं है। जनता सरकार पर भरोसा बनाए रखे। उस भरोसे पर हम खरा उतरेंगे।
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व्यापारी वर्ग के हित में नहीं: सरदाना
इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के प्रधान नरेश सरदाना का कहना है कि शहर में उद्योगों की कमी है। इसकी वजह ये है कि रेल सेवा नहीं है। रेल सेवा न होने के कारण व्यापारी वर्ग यहां निवेश करना पसंद नहीं करता।
सरकार ने ध्यान नहीं दिया : मिढ़ा
व्यापारी टेकचंद मिढ़ा का कहना है कि व्यापारी लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि फतेहाबाद व रतिया को रेल लाइन से जोड़ा जाए। मगर सरकार ने इधर ध्यान ही नहीं दिया। इसलिए व्यापारी वर्ग के लिए बजट अच्छा नहीं है।