बारहवीं के छात्र ने फांसी लगाकर जान दी
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : श्रीराम सेवा समिति स्कूल के 12वीं के एक छात्र ने बुधवार शाम अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। मृतक डीएसपी रोड का रहने वाला था। घटना के वक्त घर में कोई नहीं था। सूचना मिलने पर सिटी पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव कब्जे में ले लिया। बृहस्पतिवार सुबह पोस्टमार्टम करवाया गया। इस मामले में फिलहाल किसी पर आरोप नहीं है। इसलिए पुलिस ने इत्तफाकिया कार्रवाई की है।
हेमंत के पिता कर्मचंद की डीएसपी रोड पर ही केटरिंग की दुकान है। डीएसपी रोड स्थिति मदान अस्पताल के सामने वाली गली में मकान है। बताया गया है कि हेमंत बुधवार शाम को अपने घर में था। घर में पिता के अलावा मां व एक बहन है। शाम को करीब सात बजे उसकी मां व बहन खरीददारी करने के लिए बाजार चली गई। उस समय हेमंत अकेला था। रात को करीब आठ बजे हेमंत की मां व बहन घर लौटी तो वह फंदे से लटका हुआ था। इसके बाद गली में शोर शराबा मच गया। आस पड़ोस के लोग भी एकत्र हो गए। इसके बाद उसके पिता को बुलाया गया। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने आकर परिजनों से पूछताछ भी की, लेकिन आत्महत्या का कारण सामने नहीं आया। परिवारजनों से पुलिस ने यह भी पूछा कि उनका किसी पर शक या आरोप हो। मगर परिजनों ने कुछ नहीं बताया। बोले, ऐसी कोई बात नहीं हुई। उसके दोस्त व सहपाठी भी घटना के कारणों को लेकर अनभिज्ञता जता रहे हैं। इसलिए सीआरपीसी की धारा 174 के तहत कार्रवाई की गई है।
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कारणों पर सभी चुप
मृतक के परिजनों ने यह माना है कि उसने खुदकुशी की है, लेकिन कारण नहीं बता रहे। वह श्रीराम सेवा समिति स्कूल में पढ़ता था। वहां का स्टाफ व उसके सहपाठी बताते हैं कि वह बुधवार को आम दिनों की तरह स्कूल आया था। छुट्टी के बाद घर चला गया। स्कूल में भी ऐसी कोई बात उसने नहीं बताई, जिससे कुछ पता चल सके। स्कूल में भी उसका अच्छा व्यवहार था। बाकी पढ़ाई में भी ठीक था।
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मौत के कारणों पर ये है चर्चा
सूत्र बताते हैं कि हेमंत अक्सर शौकिया चीजों पर खर्चा करता रहता था। बताते हैं कि उसने घटना वाले दिन भी परिजनों से खरीददारी के लिए रुपये मांगे थे और घरवालों ने फिजूल खर्ची से मना कर दिया। इसलिए अंदेशा है कि शायद कोई ऐसी वजह रही हो। मगर फिलहाल कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
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स्कूल में रहा अवकाश
छात्र की मौत की खबर शहर में आग की तरफ फैल गई। सुबह आम दिनों की तरफ स्कूल खुला। मगर मौत की खबर सुनने के बाद स्कूल में शोक की लहर दौड़ पड़ी। स्टाफ सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखकर शोक प्रकट किया। इसके बाद स्कूल की छुट्टी कर दी गई। बाद में स्टाफ ने मृतक के घर जाकर भी पीड़ित परिवार को सात्वना दी।