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'योग तो चमत्कारी विज्ञान है'

By Edited By: Published: Thu, 20 Mar 2014 11:13 PM (IST)Updated: Thu, 20 Mar 2014 11:13 PM (IST)
'योग तो चमत्कारी विज्ञान है'

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : शिवपुरी सुधार सभा एवं पतंजलि योग समिति की ओर से घनश्याम दास नारग मेमोरियल ऊं शाति हाल में आयोजित निश्शुल्क योग विज्ञान शिविर में तीसरे दिन योग साधको को योगाभ्यास करवाया गया। पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के मुख्य योग प्रशिक्षक मदन गोपाल आर्य उपस्थित हुए। शिविर में एमएम कॉलेज प्रबंधक समिति के चेयरमैन राजीव बतरा, शिवपुरी सभा के कोषाध्यक्ष पूनम चंद बंसल ने दीप प्रज्ज्वलित किए।

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योग शिक्षक मदनगोपाल आर्या ने कहा कि योग से जीवन में खोई हुई शक्तिया वापस आाती हैं। इससे साधक का मन मजबूत होता है। मन का तन से गहरा संबंध होने से तन स्वस्थ हो जाता है। योग तो चमत्कारी विज्ञान है। यह धरती पर पाये जाने वाले समस्त रोगों का पूर्ण निदान है। उन्होंने कहा कि दवाओं के सेवन से शक्ति क्षीण होती है जबकि योग और प्राणायाम से रोगो का समूल निवारण हो जाता है।

सांसों को बाहर छोड़ते-छोड़ते विकार मिट जाते हैं

सासों को बाहर छोड़ते-छोड़ते विकार मिट जाते हैं। जो योग और प्राणायाम अपना लेता है, वह धर्म के प्रति, कर्म के प्रति, स्वभाव के प्रति और राष्ट्र के प्रति समर्पित होता है। साधकों को मस्तिका, कपाल भ्राति, अनुलोम-विलोम, उच्चायो, भ्रामरी, उद्गोथ, सूर्यभेदी, चंद्रभेदी, नाड़ी शोधक व प्रणव प्राणायाम का अभ्यास करवाया।

यौगिक क्रियाओं से करवाया सूर्य नमस्कार

योग प्रशिक्षक अनिल गोयल ने यौगिक, सूर्य नमस्कार, मिश्र दंड और आसनो का अभ्यास करवाया। योग प्रशिक्षिका सुमनलता सिवाच, सुषमा तनेजा, दीप्ति खुराना, कमल कुलरिया, डा. रीमा व योग प्रशिक्षक ओमप्रकाश शर्मा ने यौगिक क्रियाएं सिखाने में मदद की।


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