नारियल पानी बेचने वाले की बेटी उजमा बनी टापर
अनिल बेताब, फरीदाबाद : बहुत से विद्यार्थी गरीबी तथा सुविधाओं की कमी का हवाला देते हुए अपनी पढ़ाई
अनिल बेताब, फरीदाबाद : बहुत से विद्यार्थी गरीबी तथा सुविधाओं की कमी का हवाला देते हुए अपनी पढ़ाई पर खास ध्यान नहीं देते। ऐसे विद्यार्थी कम ही होते हैं, जो कमजोर आर्थिक स्थिति से जूझते हुए आगे बढ़ते जाते हैं और सफलता की बुलंदियां छू लेते हैं।
राहुल कॉलोनी निवासी नजाकत अली और कलसुम की लाडली उजमा ऐसी ही एक छात्रा हैं, जिसने हरियाणा बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में 91.6 फीसद अंक लेकर स्वयं को साबित किया है। उजमा के माता-पिता सेक्टर-14 सड़क किनारे बैठ कर नारियल पानी और तरबूज बेचते हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है, फिर भी उजमा ने कभी हालात पर ध्यान नहीं दिया और लगातार मेहनत करती गईं। उजमा ने आठवीं में 98 फीसद अंक हासिल किए थे।
उजमा अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां कलसुम को देती हैं। उजमा कहती हैं कि उसने परीक्षा के दौरान दिन व रात में जितनी भी मेहनत की है, मां ने हर कदम पर प्रोत्साहित किया है। जब वह देर रात तक पढ़ती थीं तो उनकी मां भी साथ में जागती थीं। पूरे परिवार ने साथ दिया। भाई मोहम्मद साद तथा बहन फातिमा भी प्रोत्साहित करते रहे। उजमा कहती हैं कि स्कूल की प्रधानाचार्य किरण कौशिक ने भी समय-समय पर बल बढ़ाया है और कहा कि मेहनत करते जाओ, सफलता जरूर मिलेगी। उजमा ने कहा कि वह 11वीं में कॉमर्स लेंगी और उनका मकसद सीए बनने का है। इसके लिए खूब मेहनत करेंगी। माता-पिता भी अपनी लाडली को आगे बढ़ा रहे हैं।