खंडहर में तब्दील हो रहे निगम के ढाई हजार से अधिक फ्लैट
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: नगर निगम ने अपनी कीमती जमीनों पर कब्जा कर झुग्गियां बसाने वालों को वहां स
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: नगर निगम ने अपनी कीमती जमीनों पर कब्जा कर झुग्गियां बसाने वालों को वहां से हटाकर दूसरी जगह बसाने के लिए छह वर्ष पहले डबुआ कॉलोनी और बापूनगर में करीब तीन हजार फ्लैटों का निर्माण किया था। इन फ्लैटों को बने छह साल बीत जाने के बावजूद अभी तक नगर निगम सभी फ्लैटों को झुग्गीवालों को अलॉट नहीं कर पाया है। इनमें से हालांकि 349 फ्लैट अलॉट किए हैं लेकिन बुनियादी सुविधाएं नहीं होने से ये लोग भी यहां नारकीय जीवन जीने को मजबूर है।
2011 में तैयार हुए थे फ्लैट
जेएनएनयूआरएम (जवाहर लाल नेहरू अर्बन रिन्यूवल मिशन) के तहत डबुआ कॉलोनी में 38.96 करोड़ की लागत से 1968 फ्लैट व बापूनगर में 25.27 करोड़ रुपये की लागत से 928 फ्लैट का निर्माण कार्य 2006 में शुरू हुआ। ये फ्लैट साल 2011 में तैयार हो गए थे। वर्ष 2011 के बाद इन फ्लैट में झुग्गीवालों को शिफ्ट करने की कवायद शुरू की थी, जिसमें लकड़पुर खोरी के 202 परिवारों को डबुआ कॉलोनी में बसाया गया था। इसी तरह से बापूनगर वाले फ्लैटों में भी 149 परिवारों को अलॉटमेंट किया गया था। दोनों जगहों पर आज भी 2545 फ्लैट खाली पड़े हैं और खड़े-खड़े खंडहर हो रहे हैं। डबुआ कॉलोनी में जो 202 परिवार रह रहे हैं, सुविधाएं नहीं मिलने से उनकी स्थिति भी बदहाल है।
-------------------------
सरकार झुग्गीवालों को फ्लैट में शिफ्ट करने के लिए गंभीर है। इसको लेकर निगम आयुक्त ने सभी संयुक्त आयुक्तों को आदेश दिए हैं कि वह निगम की जमीन पर बसी झुग्गियों की सूची तैयार करें, ताकि इन खाली फ्लैटों में झुग्गी वालों को शिफ्ट किया जा सके।
- अनिल मेहता, अधीक्षण अभियंता, नगर निगम।