सड़क पर भूल जाते हैं यातायात नियम का पाठ
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: पुलिस की सख्ती के बावजूद लोग यातायात नियमों का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: पुलिस की सख्ती के बावजूद लोग यातायात नियमों का उल्लंघन करने से बाज नहीं आते। आंकड़े बताते हैं कि यातायात पुलिस नियमों का उल्लंघन करने वालों के जमकर चालान काट रही है, मगर लोग नियमों को पालन करना नहीं चाहते। सड़क पर चलते समय लोग भूल जाते हैं कि उनकी छोटी-छोटी गलतियां बड़े हादसों का कारण बनती हैं। इस साल जनवरी से लेकर नवंबर तक यातायात पुलिस करीब 90 हजार चालान काट चुकी है।
रोड सेफ्टी ऑर्गनाइजेशन के उपाध्यक्ष एसके शर्मा का कहना है कि यातायात नियमों की पालन करवाने के लिए पुलिसकर्मियों को कड़ी सख्ती करनी होगी। यदि कोई वाहन चालक लालबत्ती पार करता है या शराब पीकर वाहन चलाता है तो चालान करने के साथ-साथ उसका वाहन भी जब्त कर लेना चाहिए।
भूल जाते हैं यातायात का पाठ:
ड्राइ¨वग लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति को यातयात नियमों का पाठ पढ़ाया जाता है। उसके बाद आवेदकों का टेस्ट भी लिया जाता है। इस दौरान आवेदकों को बताया जाता है कि वाहन चलाते हुए हेलमेट पहनें, नशा में वाहन न चलाएं, नींद में गाड़ी न चलाएं, सीट बेल्ट का प्रयोग करें आदि। आवेदकों को फर्स्ट ऐड बॉक्स के बारे में भी जानकारी दी जाती है। इसके अलावा लोगों को समय-समय पर सेमिनार आयोजित कर व कैंप लगाकर भी यातायात नियमों का पाठ पढ़ाया जाता है। इसके बावजूद ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों का पुलिस रोजाना चालान काट रही है।
साल 2015 में चालान काटे :
बिना लाइसेंस ड्राइविंग - 1661
काली फिल्म - 329
शराब पीकर वाहन चलाना - 2346
बिना सीट बेल्ट ड्राइविंग - 12245
ड्राइविंग के बीच मोबाइल का इस्तेमाल- 675
बिना हेल्मेट वाहन चलाना - 33820
तेज रफ्तार वाहन चलाना - 5383
गलत दिशा में वाहन चलाना - 2610
दुपहिया वाहन पर तीन सवारी - 2424
वाहन गलत तरीके से खड़ा करना - 8546
------
पिछले सालों के आंकड़े
चालान 2012, 2013, 2014
बिना लाइसेंस, 13840, 22318, 14467
बिना हेलमेट, 87386, 103380, 12679
मोबाइल चालान, 3208, 45878, 2380
ड्रंक एंड ड्राइव, 2103, 12394, 16784
-----
लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार अभियान चलाया जाता है, लेकिन फिर भी लोग नियम तोड़ते हैं। चालान कर जुर्माना किया जाता है, ताकि वह कुछ सुधार कर सकें। सड़क पर नियमों का उल्लंघन कर लोग अपनी जीवन को तो खतरे में डालते ही हैं, साथ ही दूसरों के जीवन को भी डालते हैं।
-पूरणचंद पंवार, डीसीपी ट्रैफिक।