वार्ड नंबर-14 की परिक्रमा
राज्य चुनाव आयोग ने बृहस्पतिवार नगर निगम चुनाव की घोषणा कर दी है। निगम चुनाव 8 जनवरी 2017 को होने है
राज्य चुनाव आयोग ने बृहस्पतिवार नगर निगम चुनाव की घोषणा कर दी है। निगम चुनाव 8 जनवरी 2017 को होने हैं। वैसे तो चुनाव मई 2015 तक हो जाने चाहिए थे। मगर आबादी बढ़ने के कारण पिछले सदन के 35वार्ड की संख्या अब 40 हो गई है और इसके लिए नई वार्डबंदी कमेटी का मामला हाईकोर्ट तक जा पहुंचा था। इन चुनाव में भी शहर के मतदाता कुछ ही दिनों में अपने नए प्रतिनिधि चुनने के लिए तैयार होंगे। इससे पहले दैनिक जागरण सभी 40 वार्ड का लेखा-जोखा आपके समक्ष प्रस्तुत करेगा, ताकि मतदाताओं को अपने वार्ड की समस्याओं का निवारण करने वाला सही प्रतिनिधि चुनने में आसानी हो।
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वार्ड नंबर-14 के अंतर्गत आने वाला क्षेत्र
नगर निगम के वार्ड नंबर-14 में का क्षेत्र एनआइटी नंबर-4 के सभी सरकारी क्वार्टर, एनआइटी नंबर पांच, भगत ¨सह कॉलोनी, फ्रूट गार्डन शामिल हैं। वार्ड के उत्तर में गांधी कॉलोनी, पूर्व में रेलवे लाइन, दक्षिण में नीलम से बीके चौक, पश्चिम में एनआइटी तीन और एसजीएम नगर बसे हुए हैं।
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वार्ड की प्रमुख समस्याएं
1. अभी भी जगह-जगह पर खुले में कूड़ा और गंदगी पड़ी रहती है और आवारा पशु मुंह मारते रहते हैं।
2. स्ट्रीट लाइट नहीं जलती। गलियों में अंधेरा छाया रहता है।
3. बारिश के पानी निकासी की उचित व्यवस्था नहीं है।
4. अभी भी कई सड़कें टूटी हुई हैं।
5. स्वच्छ पेयजल नहीं मिलता
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सुझाव:
- जलभराव की समस्या से मिले निजात
-सड़कों किनारे पड़ी रहने वाली गंदगी प्रतिदिन उठाई जाए
-टूटी सड़कों की मरम्मत हो
-स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाए
-रिहायशी भवनों में वाणिज्यिक गतिविधियां बंद हों
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निवर्तमान पार्षद का कहना
हमने अपने वार्ड नंबर-14 में करीब 30 करोड़ रुपये के विकास कार्य कराए हैं। सभी ब्लॉकों की ज्यादातर सीमेंटे्ड सड़क बनाई हैं। 13 पेयजल के ट्यूबवेल लगवाएं हैं। सीवर लाइन को सुपरसकर मशीन से साफ कराया है। मेरा कार्यकाल नौ जून 2015 को खत्म हुआ है। इसके बाद दोबारा से सीवर जाम हो गई हैं। गंदे पानी निकासी के लिए एक नाला वार्ड के चारों तरफ बाटा चौक तक बनाया जाना है। इसकी सात करोड़ रुपये की फाइल बनाई गई थी। पार्षदों के न होने से ये फाइल अफसरशाही ने गुम कर दी है। स्ट्रीट लाइट लगाई गई थी, अब आधी जलती हैं।
-चारू गोंसाई, निवर्मतान पार्षद, वार्ड नंबर-14।
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पिछले चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे उम्मीदवार का कथन
-पार्षद चारू गोंसाई चुनाव तो जीत गई, लेकिन लोगों ने उन्हें कभी भी नहीं देखा। उनके पति ही दिखाई देते थे। उन्हें वार्ड में कोई नहीं जानता। वार्ड में उन्होंने कुछ सीमेंटेड सड़क तो बनवाई हैं, इसके सिवाय कुछ भी नहीं किया। चुनाव का एक भी वायदा पूरा नहीं किया। सीवर जाम की अभी भी समस्या है। बरसाती पानी की निकासी की व्यवस्था अभी तक भी नहीं हुई। स्ट्रीट लाइट नहीं जलती। अभी भी मैं लोगों की समस्याओं को लेकर निगम में जाती हूं।
-आशा कथूरिया, दूसरे नंबर की उम्मीदवार।
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लोगों का कहना
सीवर जाम रहता है। मार्केट में हलवाइयों की दुकान हैं। हलवाई पानी बहुत बहाते हैं, जो अकसर सड़कों पर बहता रहता है। जिससे सड़क टूट जाती है। दीपावली पर टूटी सड़क पर मलवा डलवाया है। यदि सीवर खुली रहे तो कम से कम पानी सड़क पर नहीं बहेगा और सड़क टूटेगी भी नहीं। सीवर की समस्या का समाधान पार्षद ने नहीं कराया।
-कंवलदीप ¨सह।
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चुनाव से पहले तो कभी काम होते हुए दिखाई नहीं दिए। अब चुनाव नजदीक आ गए हैं तो सड़कें बनाई जा रही हैं। वार्ड में स्ट्रीट लाइटें लगी हुई तो दिखाई देती हैं, जलती नहीं है। अंधेरे में टूटी हुई सड़कों में लोग गिरकर घायल हो जाते हैं। चुनाव के समय में ही लोगों की समस्याओं का ख्याल आता है, यदि पहले से समस्याओं पर ध्यान दिया जाए तो अच्छा है।
-दीपक वधवा।
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बरसाती पानी की निकासी नहीं है। इस बार बारिश के मौसम में नीलम चौक से लेकर मार्केट के अंदर तक आने में जलभराव की वजह से दो-दो घंटे का समय लगा है। इतना समय दिल्ली से फरीदाबाद आने में नहीं लगता। सीवर लाइन अब काफी छोटी हो गई है। ये समस्या अभी वार्ड में पूरी तरह से बनी हुई है।
-सुखदेव शाह ¨सह।
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हम अपनी पार्षद के कामों से पूरी तरह से संतुष्ट हैं। उन्होंने पूरे वार्ड में सीमेंटेड सड़क बनवाई हैं। गलियों में सोडियम लाइट लगवाई हैं। जब से उनका कार्यकाल समाप्त हुआ है, तब से नगर निगम में पूरी तरह से अफसरशाही हावी हो गई है, इसलिए स्ट्रीट लाइटें नहीं जलती। सीवरेज जाम पड़ी हुई हैं।
-संजय जुनेजा, प्रधान सामाजिक सुधार समिति, एनआइटी नंबर-5।