पटाखों के लाइसेंस दिलाने में दलाल सक्रिय
सुनील गौड़, फरीदाबाद इस बार दलाल की मदद के बिना पटाखे की बिक्री का लाइसेंस हासिल करना आसान नहीं दिख
सुनील गौड़, फरीदाबाद
इस बार दलाल की मदद के बिना पटाखे की बिक्री का लाइसेंस हासिल करना आसान नहीं दिख रहा। इसके आवेदन फार्म जारी होते ही एसडीएम कार्यालय में दलाल सक्रिय हो गए हैं। इच्छुक व्यक्तियों को जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए एसडीएम कार्यालय में इनका सामना करना पड़ रहा। दलाल पैसे लेकर फाइल जमा करा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर लोगों ने जिला रेडक्रास सोसायटी के कर्मचारियों पर 100 रुपये के आवेदन फार्म को 200 से 500 रुपये तक बेचने का आरोप भी लगाया है। बुधवार को तो लोगों ने इसे लेकर शोर-शराबा भी किया।
सरकार प्रदेश से भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए प्रयास कर रही है, जमीनी स्तर पर इसका असर नहीं दिख रहा। हुडा में एससीओ घोटाले के बाद अब एसडीएम कार्यालय में पटाखों के लाइसेंस के लिए आवेदन फार्म को 500 रुपये तक बेचा जा रहा है, जबकि फार्म की वास्तविक कीमत 100 रुपये है। इतना ही नहीं फार्म जमा कराने के लिए लगी लंबी लाइन से छुटकारा दिलाने के नाम पर लोगों से पैसे लिए जा रहे हैं।
नहरपार निवासी हरबीर और चरण ¨सह ने बताया कि यह काम ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वाले दलाल कर्मचारियों की मिलीभगत से कर रहे हैं। गड़बड़ी देख काफी देर तक लाइन में लगे लोगों ने शोर-शराबा कर दिया और जिला रेडक्रास सोसायटी के सचिव डीआर शर्मा को बुलाया। मगर उनके पहुंचने तक स्थिति सामान्य हो चुकी थी। मगर इस कार्यप्रणाली से पटाखों की दुकान लगाने वाले लोगों में रोष बना हुआ है। लोगों का कहना है कि वह कई दिनों से चक्कर लगा रहे हैं।
---
लाइसेंस फीसद 10 हजार रुपये
जिला प्रशासन ने पटाखों की दुकान लगवाने के लिए 10 हजार रुपये लाइसेंस फीस निर्धारित की है। 200 रुपये पुलिस सत्यापित के लिए फोटो ¨खचवाने के लिए देने पड़ते हैं और 100 रुपये का फार्म है, जिसे मनचाहे दामों में बेचा जा रहा है।
----
कहां-कहां लगेंगी दुकान
दशहरा मैदान एनआइटी में 150 दुकानें लगेंगी। 30-30 दुकान सेक्टर-30 व सेक्टर-31 में लगाई जाएंगी, जबकि सेक्टर-12 में दो स्थानों पर 152 दुकानें लगाई जाएंगी। जहां से लोग पटाखों की खरीदार कर सकते हैं।
-----
फार्म बांटने की प्रक्रिया मंगलवार से बंद है, तो फार्म अधिक दामों में कैसे बेचा जा सकता है। फार्म की कीमत 100 रुपये है और हमारे किसी भी कर्मचारी ने फार्म अधिक दाम में नहीं बेचा है। कुछ लोग कर्मचारियों से जबरदस्ती फार्म लेकर जमा कराना चाहते हैं, इस वजह से गलत आरोप लगाए जा रहे हैं। हमारा काम केवल फार्म बांटना है और फाइल जमा कराने का काम एसडीएम कार्यालय का है। हम भ्रष्टाचार के खिलाफ है।
-डीआर शर्मा, सचिव, जिला रेडक्रास सोसायटी।