कालाधन जमा कराने का 30 को आधी रात तक रहेगा इंतजार
बिजेंद्र बंसल, फरीदाबाद कालाधन घोषणा योजना 2016 की अवधि 30 सितंबर को खत्म होने जा रही है। आयकर वि
बिजेंद्र बंसल, फरीदाबाद
कालाधन घोषणा योजना 2016 की अवधि 30 सितंबर को खत्म होने जा रही है। आयकर विभाग कालाधन जमा कराने के लिए 30 सितंबर को रात 12 बजे तक इंतजार करेगा। बुधवार को आयकर विभाग का दफ्तर रात आठ बजे तक तथा बृहस्पतिवार की रात भी आठ बजे तक खुला रहेगा। प्रधान आयकर आयुक्त अनुराधा मुखर्जी मानती हैं कि आय घोषणा योजना का लाभ उठाने को फरीदाबाद व पलवल जिला में काफी उत्साह रहा है।
आयकर विभाग ने बड़े व्यापारियों के संस्थानों की जांच
बेशक आयकर विभाग यह दावा कर रहा है कि आय घोषणा योजना 2016 के प्रति लोगों ने काफी उत्साह दिखाया है और काफी लोगों ने स्वेच्छा से कालाधन घोषित किया मगर शहर में इसको लेकर अलग-अलग तरह की चर्चाएं हैं। आयकर विभाग ने 30 छोटे- बड़े व्यापारियों के संस्थानों पर पिछले एक माह के दौरान जांच की और इस दौरान विभाग की जांच टीम ने कालाधन घोषित करवाया। कई व्यापारिक संगठनों ने तो इन जांच को लेकर सत्तारूढ़ दल के खिलाफ रोष भी जताया है।
-----------------------
काफी अच्छा रिस्पांस मिला
हमारे पास बड़े लेन-देन संबंधी काफी सटीक जानकारी है। हम चाहते हैं कि लोग स्वयं आगे आकर इस योजना का लाभ उठाएं। काफी हद तक लोगों ने इसका सही समय पर लाभ उठाया है। अभी दो दिन शेष हैं। 30 सितंबर को विभाग के कार्यालय रात 12 बजे तक खुलेंगे।
- अनुराधा मुखर्जी, प्रधान आयकर आयुक्त, फरीदाबाद
करदाता को नुकसान नहीं
इस योजना से करदाता को ज्यादा नुकसान नहीं है। आयकर विभाग जिस तरह से इस योजना के प्रति लोगों को प्रेरित कर रहा है उसमें जो कर देना चाहते हैं उन्हें इस योजना में सामान्य से महज 3.16 फीसद अतिरिक्त कर ही देना पड़ रहा है। उदाहरण के रूप में यदि करदाता 100 रुपये इस योजना के तहत घोषित करता है तो उसे 45 रुपये आयकर के रूप में सितंबर 2017 तक देने हैं। अगर 12 फीसद ब्याज की बचत मानें तो यह 4.95 फीसद की बचत है। आज की तारीख में कुल देय कर 40.05 फीसद ही बनता है। अगर यही आय सामान्य रूप में दिखाएं तो कर 30.9 फीसद देना होगा। चूंकि हमें अग्रिम कर देना होता है, जिस कारण ब्याज की लागत 6 फीसद अतिरिक्त आएगी। अत: कुल कर 36.9 देना होगा। अब जो मौजूदा आय घोषणा योजना में 3.16 फीसद ही अतिरिक्त देना होगा। आयकर विभाग को यह बात लोगों को और ज्यादा प्रभावी ढंग से समझानी चाहिए।
-एमएस लड्ढा, चार्टर्ड एकाउंटेंट।