कैदियों से मिल बहनों के छलक पड़े आंसू
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : रक्षा बंधन के मौके पर जिला नीमका जेल में जेल प्रशासन ने बहनों को उनक
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : रक्षा बंधन के मौके पर जिला नीमका जेल में जेल प्रशासन ने बहनों को उनके कैदी भाईयों की कलाईयों पर राखी बांधने के लिए अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक समय तक छूट दे दी। इस दौरान बहनों की आंखों में आंसू छलक पड़े और उन्होंने अपने भाइयों से इस मौके पर अच्छा इंसान बनने का ही उपहार मांगा।
जिला नीमका जेल में फिलहाल 2000 कैदी बंद हैं। अन्य वर्षों में तो प्रजापति ब्रह्माकुमारी की बहन जेल के अंदर जाकर कैदियों को राखी बांधती थी। इस बार जेल प्रशासन ने कैदियों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए उनकी बहनों को ही जेल में राखी बांधने की छूट दे दी। इस मौके पर भारी संख्या में सुबह से कैदियों की बहनों की भीड़ लगी हुई थी। सभी को हाल के अंदर मिलने और राखी बांधने की छूट दी गई। अन्य दिन वर्णमाला के अनुसार कैदियों को मिलाया जाता है। रक्षा बंधन के उपलक्ष्य में प्रशासन ने सभी को मिलने की विशेष छूट दी हुई थी।
रक्षा बंधन पर सभी बहन अपने भाईयों की कलाईयों पर राखी बांधकर अपनी रक्षा का संकल्प लेती है। यह त्योहार भावनाओं पर आधारित होता है। इसलिए इस उपलक्ष्य में सभी बहनों को उनके कैदी भाईयों से मिलने और राखी बांधने के लिए खासतौर पर प्रबंध किए गए। किसी को भी इस मौके पर मिलने से नहीं रोका।
-दिनेश यादव, उपाधीक्षक, जिला नीमका जेल।