नाटक से की भ्रष्टाचार पर चोट
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : ब्रज नटमंडली की ओर से आयोजित तीसरे हरियाणा रंग तरंग नाट्य महोत्सव के द
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद :
ब्रज नटमंडली की ओर से आयोजित तीसरे हरियाणा रंग तरंग नाट्य महोत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार को नाटक 'जात ही पूछो साधू की' के माध्यम से कलाकारों ले भ्रष्टाचार पर चोट की तो व्यंग्य व हास्य से माहौल भी बनाया। मुकेश भाटी द्वारा निर्देशित नाटक से कलाकारों ने दर्शकों को खासा प्रभावित किया।
सेक्टर 12 स्थित प्रदर्शनी सभागार में चल रहे हरियाणा रंग तरंग नाट्य महोत्सव में साहित्यकार भुवनेश कुमार मुख्य अतिथि मौजूद थे। भुवनेश कुमार ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। नेशनल स्कूल आफ ड्रामा रैपेट्री के कलाकार मुकेश भाटी द्वारा निर्देशित नाटक जात ही पूछो साधू की का मंचन प्रभावशाली रहा। नाटक के लेखक विजय तेंडुलकर हैं, जिन्होंने अपने जीवन का बेहतरीन हास्य व्यंग्य नाटक लिखा। इस कहानी की शुरुआत महिपत नाम के किरदार से होती है, जिसे शुरू से ही प्रोफेसर बनने का शौक है। वह गांव से शहर पढ़ाई करने के लिए आता है। शहर में आकर वह एमए की पढ़ाई पूरी करता है और जोर आजमाइश कर गांव के एक सरकारी स्कूल में प्रोफेसर की नौकरी हासिल कर लेता है। नौकरी हासिल करने के दौरान उसे भ्रष्ट तंत्र का किस तरह से सामना करना पड़ता है, नाटक में इसका बखूबी चित्रण किया गया। गांव में आने के बाद वहां के लड़के उसे परेशान करने लगते है। वह उन लड़कों को समझाता है। लेकिन बात नहीं बनती है। अपनी नौकरी को बचाने के लिए वह हर एक पैंतरा अपनाता है। आखिर में उसकी नौकरी चली जाती है और वह वापस अपने घर लौट आता है। इस बीच उसे देश में फैले भ्रष्टाचार, जाति व्यवस्था, क्षेत्रवाद से बिगड़े हालात का सामना करना पड़ता है। महिपत के किरदार में मुकेश भाटी ने जोरदार अभिनय किया। नलिनी के किरदार में राधा, सुजीत, ठाकुर के रोल में कृष्णकांत राय, के अलावा गिलानी पाशा मुकेश ढुल, सचिन अमन, केशव, गौतम तथा सुजीत ने बेहतरीन अभिनय किया। इस मौके पर ब्रज नट मंडली के प्रधान ब्रज मोहन भारद्वाज, मनोज भारद्वाज, धीरज राणा मौजूद रहे। ब्रज मोहन भारद्वाज ने सभी कलाकारों की सराहना की।