बैग से मिले डरावने उपन्यास से उठे सवाल
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : सेक्टर-29 स्थित होली चाइल्ड पब्लिक स्कूल के बाथरूम में आग लगाने वाले
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद :
सेक्टर-29 स्थित होली चाइल्ड पब्लिक स्कूल के बाथरूम में आग लगाने वाले छात्र के बैग से 'गूसबंप्स हाररलैंड' नामक उपन्यास मिला है। उपन्यास डरावनी कहानी से भरपूर है। पुलिस इस किताब के आधार पर मनोचिकित्सकों से यह जानने का प्रयास कर रही है कि इस तरह का साहित्य पढ़ने से छात्र के बाल मन पर किस तरह का असर पड़ता है।
छात्र द्वारा आत्मदाह के प्रयास की सूचना मिलने पर एसीपी सेंट्रल जयबीर राठी मौके पर पहुंचे। उन्होंने छात्र के बैग की जांच की तो पढ़ाई की किताबों के अलावा उसके बैग से यह किताब मिली। यह किताब रोंगटे खड़े कर देने वाला उपन्यास है। एसीपी राठी का कहना है कि पूरी तरह किताब को बच्चे के इस कदम के लिए जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते। कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं। फिर भी इस तरह का साहित्य कहीं न कहीं बच्चे के मन पर प्रभाव डालता है। इसलिए हमने किताब कब्जे में ली है।
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बच्चे जो टेलीविजन पर देखते हैं और साहित्य पढ़ते हैं, उसका असर उनके मन पर पड़ता है। अगर बच्चा काल्पनिक, डरावनी व तिलस्मी कहानियों की किताब पढ़ेगा तो वह हर समय कल्पनाओं में खोया रहेगा। वह किताब से प्रभावित होकर इस तरह का कदम उठा सकता है। माता पिता को चाहिए कि वह बच्चे द्वारा पढ़े जा रहे साहित्य पर नजर रखे। उन्हें अच्छा व ज्ञान वर्धक साहित्य पढ़ने के लिए प्रेरित करे।
- डा. अजय भार्गव, मनोचिकित्सक।
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बाक्स के लिए मैटर
गूसबंप्स हाररलैंड किताब के बारे में :
गूसबंप्स हाररलैंड अमेरिकन लेखक आरएल स्टाइन द्वारा बच्चों के लिए लिखा गया डरावना धारावाहिक उपन्यास है। इस उपन्यास के पात्र खुद को डरावनी स्थिति में पाते हैं और उससे लड़ते हैं।