तिगांव को फिर मिला विपक्ष का विधायक
-मतदाताओं को भाता है विपक्ष में रहना जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : तिगांव विधानसभा क्षेत्र के मत
-मतदाताओं को भाता है विपक्ष में रहना
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ :
तिगांव विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं को विपक्ष में रहना ही भाता है। इस बार फिर क्षेत्र ने सरकार के विपक्ष में बैठने के लिए विधायक चुन कर विधानसभा में भेजा है। हालांकि इस क्षेत्र के लोग 84 पाल से दो विधायक बनने पर खुश हैं।
परिसीमन 2009 में मेवला महाराजपुर विधानसभा क्षेत्र और बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र के कुछ भाग को मिलाकर तिगांव विधानसभा क्षेत्र बनाया गया। इस विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने 2009 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार कृष्णपाल गुर्जर को विधायक चुन कर विधानसभा में भेजा। प्रदेश में सरकार कांग्रेस की बनी। विधायक को विपक्ष में बैठना पड़ा। विधानसभा क्षेत्र विकास की दृष्टि से पिछड़ गया। इस बार क्षेत्र की जनता ने कांग्रेस प्रत्याशी ललित नागर को चुनकर विधानसभा में भेजा है। प्रदेश में सरकार बनाने का बहुमत भाजपा को मिला है। भाजपा की सरकार बनने के कारण तिगांव के विधायक ललित नागर को एक बार फिर विपक्ष में बैठना पड़ेगा। तिगांव क्षेत्र एक बार फिर से विकास की दृष्टि से पिछड़ जाएगा। इस तरह से इस क्षेत्र के लोगों को अपने विधायक को सरकार के विपक्ष में बैठने के लिए भेजा है। तिगांव 84 पाल के लिए सबसे सुखद बात यह है कि यहां के दो विधायक चुनकर विधानसभा में पहुंचे। इनमें से एक विधायक भाजपा के हैं। तिगांव के कांग्रेस विधायक ललित नागर का गांव भुआपुर और बल्लभगढ़ के भाजपा विधायक पंडित मूलचंद शर्मा का गांव सदपुरा तिगांव 84 पाल में आते हैं। अब यहां के लोगों को शर्मा का सहारा नजर आ रहा है।