भाजपा के बिगड़ेंगे समीकरण
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद :
भारतीय जनता पार्टी और हरियाणा जनहित कांग्रेस पार्टी का गठबंधन टूटने से जहां दोनों ही दलों के टिकटार्थी खासे प्रसन्न हैं, वहीं आम कार्यकर्ता निराश और हताश हैं।
दोनों दलों के टिकटार्थियों सहित कांग्रेस व इनेलो के वे दिग्गज नेता भी गठबंधन टूटने को अपने लिए विपरीत परिस्थितियों में एक सुनहरे अवसर के रूप में देख रहे हैं। हालांकि इन दोनों ही दलों के कट्टर कार्यकर्ता अपने नेताओं के फैसले को गलत मान रहे हैं। भाजपा के कार्यकर्ता तो यहां तक कह रहे हैं कि पार्टी के बड़े और लालची नेताओं ने प्रदेश में पार्टी की सरकार आने में बाधा खड़ी की है। इसका बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।
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-इन सीटों पर हैं हजकां के अपने उम्मीदवार
हरियाणा जनहित कांग्रेस के पास एनआइटी में इकराम खान, बड़खल में राकेश भड़ाना, बल्लभगढ़ में ओमपाल टोंगर तथा मूलचंद अग्रवाल, पृथला में राकेश तंवर मजबूत प्रत्याशी हैं। इसके अलावा पार्टी पूर्व मंत्री एसी चौधरी, मुख्य संसदीय सचिव शारदा राठौर सहित कई मौजूदा और पूर्व विधायकों पर बाजी लगा सकती है। ----------------
-जनाधार वाले नेताओं की खुलेगी लाटरी
हजकां-भाजपा गठबंधन के टूटने से उन नेताओं की लाटरी खुलेगी जिन्हें उनके मूल दल पांच साल मेहनत के बाद भी टिकट नहीं देंगे। जनाधार वाले नेता जो निर्दलीय लड़ने पर विचार करेंगे, उनके लिए हजकां के टिकट पर चुनाव लड़ना, खासतौर पर शहरी क्षेत्र से काफी फायदेमंद होगा। चौधरी भजनलाल का बड़खल, एनआइटी, ओल्ड फरीदाबाद व बल्लभगढ़ सहित तिगांव हल्के में बड़ा जनाधार रहा है। 2005 के चुनाव में तो शारदा राठौर, महेंद्र प्रताप सिंह और एसी चौधरी की बड़ी जीत में कुलदीप बिश्नोई का प्रचार काम आया था।
-जयभगवान गुप्ता, राजनीतिक विश्लेषक।
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हम किसी दल समीकरण बनाने या बिगाड़ने के लिए चुनाव मैदान में नहीं हैं। हमारा सीधा मकसद है कि राज्य में चौधरी कुलदीप बिश्नोई के नेतृत्व में सरकार का गठन हो। इसके लिए सभी सीटों पर जीतने वाले उम्मीदवार खड़े करेंगे। कांग्रेस व भाजपा के टिकट से वंचित नेताओं को भी तभी टिकट देंगे जब वे जीतने की स्थिति में हों। जो हमारे दल को पहले छोड़ गए हैं, उन्हें दोबारा पार्टी में कोई स्थान नहीं दिया जाएगा।
-राकेश भड़ाना, वरिष्ठ नेता, हजकां।