एंबुलेंस चालकों ने की हड़ताल
-पुलिस कर्मी द्वारा मारपीट करने से हैं नाराज
26एफआरडी-29 का कैप्शन-बादशाह खान अस्पताल के आपातकालीन विभाग के बाहर विरोध प्रदर्शन करते कर्मचारी।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद :
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्य कर रहे इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन(ईएमटी)तथा एंबुलेंस चालक के साथ पुलिस कर्मी द्वारा मारपीट किए जाने के विरोध में कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी। जिले में एंबुलेंस सेवा योजना के तहत
एंबुलेंस चालकों तथा एमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी)के हड़ताल पर जाने से रेफरल ट्रांसपोर्ट सिस्टम बिगड़ा रहा। बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी तथा सुपरवाइजर एसोसिएशन ने भी इस मुद्दे पर कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। एसोसिएशन की चेयरपर्सन आशा शर्मा के नेतृत्व में कर्मचारियों ने आपातकालीन विभाग के सामने रोष प्रदर्शन किया। बाद में सभी कर्मचारी इकट्ठे होकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. गुलशन अरोड़ा से भी मिले।
आशा शर्मा ने बताया कि सोमवार रात को एक पुलिस कर्मी ने एंबुलेंस नियंत्रण कक्ष में फोन करके कर्मचारी को तीन नंबर डी ब्लाक में एंबुलेंस लाने को कहा। उसने बताया कि एक घायल मरीज को अस्पताल में भर्ती कराना है। जानकारी मिलने पर मेडिकल टेक्नीशियन संदीप तथा चालक सुधीर तीन नंबर पहुंचे। वहां एक पुलिस कर्मी के साथ वाहन में एक महिला भी थी। एंबुलेंस चालक को लगा कि महिला ने आत्महत्या करने की कोशिश की है। वह महिला को एंबुलेंस से बीके अस्पताल लाने लगे तो पुलिस कर्मी ने उसे निजी अस्पताल में लाने को कहा। मेडिकल टेक्नीशियन संदीप ने जब इसके लिए मना किया तो पुलिस कर्मी ने उससे मारपीट की। आशा शर्मा ने बताया कि इस मामले की शिकायत थाना कोतवाली में की गई है।
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पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। जहां तक हड़ताल की बात है तो इस मामले में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के राज्य के निदेशक डा. राकेश गुप्ता को जानकारी दे दी गई है।
-डा. गुलशन अरोड़ा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी।