रसोई में तड़का लगाने से ही बिगड़ रहा बजट
जागरण संवाददाता, पलवल :
पूरा मानसून निकल गया और एक आध मौके को छोड़कर बरखा बहार मानो कहीं रूठ सी गई। बारिश न होने से जहां लोगों को गर्मी से राहत नहीं है, वहीं इसका सीधा असर आम लोगों की रसोई पर भी पड़ता दिख रहा है।
बारिश न होने से सब्जियों की पैदावार कम हुई है जिस कारण उसके दामों में बढ़ोतरी हुई। मंडी में सब्जियों की आवक कम हो रही है, इसलिए दामों में वृद्धि होना लाजमी है और इसकी मार झेल रही हैं रसोई घर में रहने वाली गृहणियां। जिन्हें सब्जियों का तड़का लगाने में ही दस बार सोचना पड़ता है।
20 से 40 प्रतिशत हुई दामों में वृद्धि
पिछले सप्ताह टमाटर 30 से 40 रुपया प्रति किलो बिक रहा था। उसकी कीमत गुणवत्ता के अनुसार कीमत 50 से 60 रुपये किलो हो गई है। सब्जी में टमाटर के साथ ही प्याज का भी तड़का लगता है। इसके मूल्य लगभग दुगने हो गए हैं। प्याज 20 से बढ़कर 40 रुपये प्रति किलो के दाम पर पहुंच गया है। यही कुछ हाल गोभी का है, जो 10 रुपये महंगी होकर 60 रुपये प्रति किलो हो गई है। बैंगन, तोरी 20 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 25 रुपया किलो, खीरा, घिया के दाम 20 से 30 रुपये किलो। मटर के तो दाम सुनकर ही गृहणियां नाक भौं सिकोड़ती नजर आई। यह 90 रुपया तक बिकता देखा गया। रसोई में हर दम मौजूद रहने वाला आलू भी पांच रुपये बढ़कर 30 रुपये तक पहुंच गया हे।
-------------
सब्जिया पछले माह (रुपये प्रति किलो) अब
टमाटर 30 60
प्याज 20 40
आलू 25 40
गो ाी 60 100
भिंडी 20 40
मटर 60 120
शिमला मिर्च 40 80
---
सब्जियों के दाम आए दिन बढ़ रहे हैं। इस कारण घर का बजट गड़बड़ा गया है। हर सब्जी के दाम दोगुने हो गए हैं। समझ में ही नहीं आता, क्या खरीदें, क्या नहीं।
-रवि, पलवल
---
सब्जियां महंगी होने के कारण घर के बजट पर काफी प्रभाव पड़ा है। एक बार सब्जी खरीदने जाओ, तो पर्स में से दो-तीन सौ रुपये निकल जाते हैं।
-सीमा, पलवल
---
सब्जियों के दामों में पिछले कुछ दिनों में काफी बढ़ गए हैं। रसोई घर का बजट फिर से बनाना पड़ रहा है।
-प्रिया, पलवल