रीजनल सेंटर के समर्थन में कालेज का गेट बंद किया
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद :
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक का रीजनल सेंटर शहर में खोले जाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन तेजी पकड़ने लगा है। अनशन पर बैठे दो छात्र नेता की हालत बिगड़ने पर उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन तीन घंटे बाद वे फिर से अनशन स्थल पर पहुंच गए। वहीं, अनशन स्थल पर छात्रों की तादात भी बढ़ती जा रही है। छात्रों ने राजकीय पंडित जवाहर लाल नेहरू कालेज का गेट बंद कर प्रदर्शन किया।
रीजनल सेंटर की मांग को लेकर सेक्टर-16ए स्थित पंडित जवाहर लाल नेहरू कालेज के सामने युवा शक्ति का अनशन नौवें दिन भी जारी रहा। सुबह कालेज में पढ़ने आए छात्रों ने भी अनशन के समर्थन में आ गए और उन्होंने कालेज का गेट बंद कर दिया। छात्र गेट के बाहर ही जम गए और सरकार विरोधी नारे लगाए। यहां दूसरे कालेजों के छात्र भी पहुंचे और आंदोलन को समर्थन दिया। भीड़ बढ़ती देख एसडीएम महावीर प्रसाद मौके पर पहुंचे। उन्होंने छात्रों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया। हालांकि उन्होंने छात्रों को गेट खोलने के लिए राजी कर लिया।
वहीं अनशन पर बैठे कपिल पाराशर व अमरपाल की हालत बिगड़ने पर उन्हें बादशाह खान अस्पताल ले जाया गया। यहां उन्हें ग्लूकोस चढ़ाया गया, लेकिन लगभग तीन घंटे बाद वे अस्पताल से निकल गए और फिर से अनशन स्थल पर पहुंच गए। अनशन पर बैठे जसवंत सैनी की हालत भी नाजुक बनी हुई है।