Move to Jagran APP

नगर निगम नहीं ले रहा पशु-पक्षियों की सुध

By Edited By: Published: Thu, 07 Aug 2014 01:01 AM (IST)Updated: Thu, 07 Aug 2014 01:01 AM (IST)
नगर निगम नहीं ले रहा पशु-पक्षियों की सुध

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : पीपल फार एनिमल (पीएफए) संस्था द्वारा रखे गए पशु-पक्षियों की नगर निगम ने चार माह बीत जाने के बाद भी सुध नहीं ली है। नगर निगम द्वारा वादा करने के बावजूद अभी तक शेल्टर न बनाकर न देने से इन्हें खुले आसमान के नीचे रखा गया है। बारिश व गर्मी के कारण से बीमार पड़ रहे हैं। शेल्टर न होने से संस्था अब पशु पक्षियों का इलाज व पुनर्वास नहीं कर पा रही है।

loksabha election banner

बता दें कि पीपल फार एनिमल संस्था शहर में घायल पशु-पक्षियों के इलाज व उनके पुनर्वास के लिए काम करती है। अंबेडकर चौक बल्लभगढ़ में नगर निगम की जमीन पर इस संस्था का अस्पताल व शेल्टर बना हुआ था। लोगों की सूचना पर घायल पशु पक्षियों को वहां लाकर उनका इलाज किया जाता था और उन्हें रखा जाता था। करीब दो माह पहले नगर निगम ने संस्था से यह कहकर वह जमीन खाली करा ली कि वहां पुस्कालय बनाया जाना है। निगम ने संस्था को एनआइटी-5 में बाल सुधार गृह के पास जमीन दे दी। निगम ने संस्था से पशु पक्षियों के लिए शेल्टर व अस्पताल बनाकर देने का वादा किया। अभी तक नगर निगम ने अपना कोई भी वादा नहीं निभाया है।

पीएफए के पास इस समय 15 ईमू (शुतुरमुर्ग की प्रजाति का जीव), 5 कुत्ते व अन्य जीव हैं। शेल्टर न होने से इन सभी पशु-पक्षियों को गर्मी में खुले आसमान के नीचे रखा गया है।

-------

तीन माह से नगर निगम के शेल्टर बनाकर देने का इंतजार कर रहे हैं। अभी तक इस पर कदम नहीं उठाया गया है। घायल पशु पक्षियों को ले जाने के लिए हमारे पास फोन आ रहे हैं। जगह न होने के कारण हम उन्हें नहीं ला पा रहे हैं। नगर निगम, वन्य प्राणी विभाग व पशु चिकित्सालय से हमारे पास घायल जीव आते हैं। हम उनका इलाज करते हैं और उन्हें अपने पास रखते हैं। जब पशु-पक्षी पूरी तरह स्वस्थ हो जाते हैं तो उन्हें छोड़ दिया जाता है।

- रवि दुबे, अध्यक्ष, पीएफए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.