मीटर पिलर बाक्स घोटाला : निलंबित अधिकारियों पर नहीं होगी कार्रवाई
बिजेंद्र बंसल, फरीदाबाद : मीटर पिलर बाक्स घोटाले में निलंबित अधिकारियों के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होगी। बिजली निगम ने पिलर बाक्स लगाने का ठेका लेने वाली जयपुर की कंपनी ईश्वर मेटल के खिलाफ दर्ज पुलिस रिपोर्ट में इसका आधार तय कर दिया। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के फरीदाबाद में नए अधीक्षक अभियंता मुकेश गुप्ता ने मुजेसर थाना में ईश्वर मेटल जयपुर के खिलाफ जो एफआइआर दर्ज कराई है, उसमें स्पष्ट कहा गया है कि ठेका लेने वाली कंपनियों ने बिना पूरा काम किए ज्यादा राशि के बिल की एवज में भुगतान ले लिया। पूरी रिपोर्ट में यह कहीं नहीं है कि किन अधिकारियों व कर्मचारियों ने बिना काम हुए भुगतान किया।
बता दें, दक्षिण हरियाण बिजली वितरण निगम ने 25 जुलाई को बिजली मीटर पिलर बाक्स घोटाले की बाबत सतर्कता विभाग की जांच में दोषी पाए जाने पर दिल्ली जोन के मुख्य अभियंता सुभाष देशवाल, फरीदाबाद के तत्कालीन अधीक्षक अभियंता आरएस यादव सहित सात प्रमुख अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। इसके बाद निगम ने इस घोटाले से जुड़े पलवल व फरीदाबाद में तैनात बिजली निगम के 46 अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों को भी सात दिन के अंदर आरोपपत्र देने का आदेश जारी किया था। सतर्कता विभाग की रिपोर्ट में बेशक इन अधिकारियों सहित उन दो कंपनियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की संस्तुति की थी, जिन्होंने बिना काम हुए भुगतान किया था। फरीदाबाद व पलवल में बिजली चोरी रोकने के लिए 130 करोड़ रुपये की लागत से मीटर पिलर बाक्स लगाए जाने थे।
इस क्रम में निलंबित सात अधिकारियों की जगह तो निगम ने अन्य अधिकारियों की नियुक्ति कर दी है, मगर जिन अधिकारियों व कर्मचारियों ने बिना काम हुए भुगतान किया उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई से बिजली निगम गुरेज कर रहा है। निलंबित अधिकारियों में दिल्ली जोन के मुख्य अभियंता सुभाष देशवाल पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल के समधी हैं। दलाल मुख्यमंत्री के समधी हैं। इस नाते देशवाल की भी प्रदेश सत्ताधारी नेताओं में मजबूत पकड़ है। इसके अलावा निलंबित तत्कालीन अधीक्षक अभियंता आरएस यादव के भी बिजली मंत्री कैप्टन अजय यादव से अच्छे संबंध बताए जाते हैं। हालांकि कैप्टन ने यादव से अपनी किसी रिश्तेदारी से इन्कार किया है। बावजूद इसके मीटर पिलर बाक्स घोटाले में संलिप्त अधिकारियों के बचाव पर सारे मामले का खुलासा करने वाले आरटीआइ कार्यकर्ता वरुण श्योकंद हैरान हैं। वरुण का कहना है कि ऊंची पहुंच वाले अधिकारियों को बचाने के खेल के खिलाफ वे अदालत की शरण लेंगे।
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दोनों निजी एजेंसियों के खिलाफ मामले दर्ज
मीटर पिलर बाक्स घोटाले की जांच रिपोर्ट में आरोपित जयपुर की कंपनी ईश्वर मेटल के खिलाफ फरीदाबाद के मुजेसर थाने में जालसाजी कर बिजली विभाग से 22.06 करोड़ रुपये अधिक वसूलने और सैनी इलेक्ट्रिकल पलवल के खिलाफ 1.27 करोड़ रुपये अधिक वसूलने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने अभी इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं की है।