अभिभावक मंच ने 25 निजी स्कूलों को भेजा नोटिस
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद :
हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने
नियम, कानूनों को ताक पर रखकर फीस वृद्धि के मुद्दे पर निजी स्कूलों के खिलाफ मुहिम तेज कर दी है। मंच के कानूनी प्रकोष्ठ ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर करने से पहले जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के उद्देश्य से 25 निजी स्कूलों को नोटिस भेजा है। नोटिस में स्कूल प्रबंधकों से पूछा गया है कि अभिभावक एसोसिएशन की सहमति के बिना हर साल फीस बढ़ाने, वर्दी व किताब बदलने, अपने स्कूल परिसर में किताब-कापी की दुकान खोलने, गरीब बच्चों को दाखिला न देने, फार्म 6 में अपने स्कूल का आय-व्यय का ब्यौरा न भेजने, डोनेशन लेने जैसे नियम विरूद्ध कार्यो के लिए उनके खिलाफ क्यों न कानूनी कार्यवाही शुरू की जाए। मंच ने नोटिस की एक प्रति चेयरमैन सीबीएसई, प्रशासक हुडा, जिला उपायुक्त, शिक्षा सचिव व निदेशक हरियाणा, जिला शिक्षा अधिकारी फरीदाबाद को भेजकर उनसे भी मनमानी कर रहे निजी स्कूलों के खिलाफ कार्यवाही करने की माग की गई है। मंच की ओर से दूसरे चरण में सीबीएसई तथा हरियाणा बोर्ड के अन्य निजी स्कूलों को नोटिस भेजे जाएंगे। मंच के कानूनी प्रकोष्ठ के सचिव एडवोकेट सत्यवीर शर्मा ने नोटिस में स्कूल प्रबंधकों को याद दिलाते हुए बताया कि मंच की ओर से 2005 में उच्च न्यायालय में दायर की गई एक याचिका के संदर्भ में शिक्षा विभाग हरियाणा ने शिक्षा नियमावली 2003 के नियम-कानूनों व सीबीएसई की मान्यता लेने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा दिए जाने वाले एनओसी की शर्तो का उल्लंघन सही पाए जाने पर शहर के तीन स्कूलों की मान्यता रद कर दी गई थी। इसके अलावा अन्य 22 स्कूलों को आगे से नियमों का पालन करने की चेतावनी देकर माफ कर दिया गया था। तीनों स्कूलों ने शपथ पत्र दिया था कि वे सीबीएसई, हुडा व शिक्षा नियमावली के सभी नियम-कानूनों का पालन करेगे। इसके बाद इन स्कूलों की मान्यता बहाल की गई थी। महासचिव कैलाश शर्मा ने कहा कि सभी 25 स्कूल लगातार नियमों का उल्लंघन करके शिक्षा का व्यवसायीकरण कर रहे है। मंच की जिला इकाई के संयोजक एडवोकेट बी.पी. जोशी ने कहा है कि अभिभावकों को जागरूक करने के उद्देश्य से शनिवार 19 अप्रैल को सेक्टर-11 स्थित मिलन वाटिका में सुबह 10 बजे जिला अभिभावक सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।