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बोल बम के जयकारों के साथ चढ़ी कांवड़

जागरण संवाददाता, भिवानी: सावन की शिवरात्रि पर छोटी काशी शिवमय हो गई थी। क्या छोटा क्या बड़ा हर कोई भग

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jul 2017 01:01 AM (IST)Updated: Sat, 22 Jul 2017 01:01 AM (IST)
बोल बम के जयकारों के साथ चढ़ी कांवड़
बोल बम के जयकारों के साथ चढ़ी कांवड़

जागरण संवाददाता, भिवानी: सावन की शिवरात्रि पर छोटी काशी शिवमय हो गई थी। क्या छोटा क्या बड़ा हर कोई भगवान शिव के रंग में रंगा था। सुबह से ही व्रत रखने वाली महिलाएं पूजा अर्चना के लिए भगवान शिव के भजन करती हुई मंदिरों में पहुंच रही थी। ढोल नगाड़ों के साथ भक्त मंदिरों में कांवड़ चढ़ा रहे थे। आधी रात के बाद ही कांवड़ चढ़ाई जाने लगी थी। इस दौरान रंग गुलाल उड़ रहा था। हर कोई भोले की भक्ति भाव से सराबोर था। शुक्रवार को शिवरात्रि पर श्रद्धालुओं ने बेलपत्र, दूध, दही, शहद, गुलाब जल, घी आदि के साथ शिव¨लग पर जलाभिषेक किया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने नारियल व प्रसाद भी चढ़ाया और दिन भर मंगल गीत गूंजते रहे। कांवड़ चढ़ाने वाले उनके परिवार के सदस्य महिलाएं नाचते गाते मंदिरों में पहुंच रहे थे। कांवड़ चढ़ाने वालों का स्वागत किया जा रहा था। यहां तक की कई जगह उनकी आरती तक उतारी गई।

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शिवरात्रि पर मंदिरों में चढ़ाई गई 2000 से ज्यादा कांवड़

एक अनुमान के शहर के मंदिरों में 2000 से ज्यादा शिव भक्तों ने कांवड़ चढ़ाई और भोले शंकर की पूजा अर्चना कर मन्नत मांगी। शहर के प्रमुख मंदिर जोगीवाला अखाड़ा मंदिर, खाखी बाबा मंदिर, बाबा जहरगिरी मंदिर, प्राचीन हनुमान जोहड़ी मंदिर, भोजावाली देवी मंदिर, पूर्विया हनुमान मंदिर, लठियावाला हनुमान मंदिर, किरोड़ीमल मंदिर, मां दुर्गा मंदिर, नव दुर्गा मंदिर, सेक्टर 13 स्थित मंदिर, दादरी गेट स्थित हनुमान मंदिर, ढाणा रोड हनुमान मंदिर, कोंट रोड स्थित बालाजी मंदिर, हनुमान ढाणी हनुमान मंदिर आदि के अलावा शहर की विभिन्न कालोनियों में बने मंदिरों में भगवान शिव के शिव¨लग पर जलभिषेक कर अराधना की गई और कांवड़ चढाई गई।

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कोई डाक तो कोई पेट के बल लाया कांवड़

आस्था हो तो ऐसी, यहां कोई पेट के बल चल कर मंदिर पहुंचे तो कोई डाक कांवड़ लेकर पहुंचे। जोगीवाला अखाड़ा में 16 घंटे में लाई गई कांवड़ चढ़ाई गई। इसके अलावा डाक कांवड़ लेकर आने वालों की संख्या में भी दर्जनों में रही। शिवरात्रि पर मंदिरों में भगवान शिव का गुणगान किया जा रहा था।

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मंदिरों के आसपास सजे बाजार लगे मेले

मंदिरों के आस पास बाजारों को सजाया गया और यहां लगे मेलों में जमकर खरीदारी की गई। महिलाओं और बच्चों में विशेष रूप से यहां उत्साह देखते ही बन रहा था। बच्चों खिलौने और महिलाओं ने अपनी साज श्रृंगार आदि के अलावा अन्य सामान की खूब खरीददारी की। यहां विभिन्न प्रकार की स्टाल लगाई गई थी।

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व्यवस्था बनाए रखने को पुलिस भी रही चौकन्ना

मंदिरों के आसपास पूजा अर्चना करने वालों व मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुबह से ही मंदिरों के आस पास पुलिस तैनात रही। भीड़ का फायदा उठा कर किसी प्रकार की कोई चेन स्ने¨चग आदि की घटना ना हो जाए इसके लिए पुलिस हर गतिविधि पर पैनी नजर रखे हुए थे। संदिग्ध लोगों से पूछताछ और उनकी तलाशी तक ली जा रही थी।

वर्जन.........

शिवरात्रि का जीवन में विशेष महत्व है। सच्चे मन से भगवान शिव की अराधना करने वालों पर भोले बाबा मेहरबान रहते हैं। यहां हरिद्वार और गोमुख आदि से हजारों कांवड़िये कांवड़ लेकर आते हैं। यह दर्शाता है कि छोटी काशी के लोगों में भगवान शिव के प्रति कितनी श्रद्धा है। भोले शंकर भी अपने भक्तों पर हमेशा मेहरबान रहते हैं।

महंत वेदनाथ, जोगीवाला अखाड़ा

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भगवान शिव की महिमा अपरंपार है। सावन माह ही नहीं अन्य दिनों में भी जो सच्चे मन से भगवान शिव की आराधना करते हैं उनके मन की मुराद भगवान अवश्य ही पूरी करते हैं। छोटी काशी के लोगों की भगवान शिव के प्रति गजब की आस्था देखने को मिलती है।

महंत चरणदास, प्राचीन हनुमान जोहड़ मंदिर


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