साहब खूब लिया काम, अब वेतन का करो इतजाम
जागरण संवाददाता, भिवानी : नगर परिषद कर्मचारियो से प्रशासन द्वारा कड़ाके की ठड में सफाई अभियान के नाम
जागरण संवाददाता, भिवानी : नगर परिषद कर्मचारियो से प्रशासन द्वारा कड़ाके की ठड में सफाई अभियान के नाम पर काम लिया जा रहा है, लेकिन उनके पेट की चिंता किसी को नही सता रही है। नप के पक्के कर्मचारियों को तीन माह से वेतन नहीं मिल पाया है, जबकि कच्चे कर्मचारी चार माह से वेतन का इतजार कर रहे है, लेकिन प्रशासन को केवल शहर को चमकाने की पड़ी है और सफाई कर्मचारियों के परिवारों की कोई ¨चता नही है।
नगर परिषद के 222 स्थायी सफाई कर्मचारी व 120 कच्चे कर्मचारी है। इन कर्मचारियों को यूं तो हर माह वेतन के लाले होते है, लेकिन इस बार दो माह से सफाई अभियान के नाम पर उनसे हाड़तोड़ मेहनत करवाई जा रही है, लेकिन उन्हे तनख्वा देने चिंता प्रशासन को कतई नहीं है। आर्थिक तंगी का सामना कर रहे नप कर्मचारियों के बच्चों को स्कूल फीस समय पर भर पाने के कारण बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है तो दो समय की रोटी का जुगाड़ कर पाना भी उनके लिए मुश्किल हो गया है। ऐसे में उनसे 8 की बजाय 10 घटे स्वच्छता अभियान के नाम पर काम लिया जा रहा है। दिन भर हाथों में औजार लिए कर्मचारी अफसरों के इशारे पर इधर से उधर घूमते हैं, लेकिन वेतन की बारी आने पर प्रशासन हाथ खड़े कर देता है। ऐसे में अब नप कर्मचारियों ने जल्द ही वेतन न मिलने पर स्वच्छता अभियान का बहिष्कार करने की ठान ली है।
वेतन के लिए चाहिए 38 लाख रुपये
एक माह के वेतन के लिए करीब 38 लाख रुपये चाहिए, लेकिन नप की हर माह की आमदनी 20 लाख रुपये ही हो पा रही है, ऐसे में कर्मचारियों को समय पर वेतन दे पाना नगर परिषद के लिए मुसीबत बना हुआ है। नप की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार भी कारगर कदम उठाती दिखाई नही दे रही है। तीन माह के वेतन की बात करे तो नप को करीब 94 लाख रुपये की जरूरत है।
जल्द वेतन नही मिला तो स्वच्छता अभियान का होगा बहिष्कार
नप सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान महेद्र सिंह, उप प्रधान जयप्रकाश व पूर्व प्रधान पुरुषोत्तम दानव का कहना है कि यदि प्रशासन ने जल्द ही तीन माह के वेतन का इतजाम नही किया तो कर्मचारी स्वच्छता अभियान का बहिष्कार करेगे। इसके साथ ही आदोलन भी शुरू किया जाएगा।
वेतन के लिए रिकवरी में लाई गई है तेजी : गोयल
नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी एसके गोयल ने कहा कि वेतन देने के लिए टैक्स रिकवरी में तेजी लाई गई है, ताकि इस माह उन्हे तीन माह का वेतन दिया जा सके।