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निगम की लापरवाही बन सकती है हादसों का कारण

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : स्थानीय बिजली विभाग अपने कर्तव्यों के प्रति कितना संजीदा है इसका अनुमा

By Edited By: Published: Mon, 20 Oct 2014 06:24 PM (IST)Updated: Mon, 20 Oct 2014 06:24 PM (IST)
निगम की लापरवाही बन सकती है हादसों का कारण

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : स्थानीय बिजली विभाग अपने कर्तव्यों के प्रति कितना संजीदा है इसका अनुमान दादरी शहर में जगह जगह जमीन पर रखे ट्रांसफारमर, खिली धूप में दिनभर जलती स्ट्रीट लाइटें, विभिन्न स्थानों पर लगे लोहे के बिजली के खंभों को देखकर लगाया जा सकता है। नगर में कई जगहों पर बिजली के चालू ट्रांसफारमर हादसों का कारण बन सकते है। क्योंकि विभाग द्वारा वर्षाें से ट्रांसफारमर जमीन पर रखे गए है। विभाग इनकों पोल के सहारे ऊंचा रखने की व्यवस्था तक नहीं कर पा रहा है। जमीन पर रखे ट्रांसफारमरों में करंट आने की आशंका थोड़ी ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे में इनके पास से निकलने वाले लोग, आवारा पशु इनकी चपेट में आकर हादसे का शिकार बन सकते है। इसके बावजूद बिजली विभाग किसी तरह की गंभीरता नहीं दिखा रहा है। जिसके कारण ये ट्रांसफारमर हादसों को निमंत्रण दे रहे है।

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सालों बाद भी लगे है लोहे के पोल

बिजली विभाग द्वारा कई वर्ष पूर्व शहर में लगे लोहे के बिजली पोल को हटाकर पत्थर के पोल लगाने के लिए योजना बनाई गई थी। पत्थर के पोल लगने की योजना अधर में पड़ती नजर आ रही है। रेलवे रोड स्थित पावर हाऊस के पास लगे दर्जनों लोहे के पोल विभाग की योजना को धता बता रही है। इनके अलावा आज भी काफी स्थानों, गली मोहल्लों, बाजारों, मुख्य मार्गाें पर लोके के खंभे आसानी से दिखाई दे सकते है। विभाग के उदासीन रवैये के चलते कई साल बीतने के बाद भी लोहे के पोलों को हटाकर पत्थर के खंभे नहीं लगाए गए है। ऐसे में लोहे के खंभों पर चलती लाइन से हर संभव खतरा बना रहता है। जो हादसों का कारण बन सकता है। नगर में जगह जगह लगे लोहे के खंभों के अलावा कई स्थानों पर पोल नीचे झुके हुए है। तथा नीचे गिरने की स्थिति में है। पुरानी मार्केट कमेटी कार्यालय के ठीक बाहर एमसी कालोनी, महेन्द्रगढ़ बाईपास इत्यादि स्थानों पर झुके पोल नजर आ सकते है।

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यहां तो दिन में भी रोशन गलियां

एक तरफ जहां स्थानीय बिजली विभाग लोगों को बिजली बर्बादी न करने, बिजली चोरी रोकने , बिजली का प्रयोग जरूरी होने पर करने इत्यादि के लिए समय समय पर जागरूकता अभियान चलाती है वहीं नगर परिषद की लगातार चलती आ रही लापरवाही के चलते स्ट्रीट लाइटें खिली धूप में इन्हें बंद करने की कोई स्थाई व्यवस्था नहीं की गई है। विभिन्न जगहों पर रात के समय जलने वाली स्ट्रीट लाइटें दिन के उजाले में भी जलती रहती है। इसका नजारा बधवाना गेट के पास बीचला बासा से चिड़िया रोड को जाने वाली सड़क पर सिधवानिया बर्फ फैक्ट्ररी के पीछे दिनभर जल रही स्ट्रीट लाइटों के कारण बिजली की बर्बादी होने के साथ साथ नगर परिषद को आर्थिक नुकसान वहन करना पड़ रहा है। रात के समय जलने वाली स्ट्रीट लाइटों को दिन निकलने के बाद बंद करना नगरवासी भी जरूरी नहीं समझते है। लोगों का भी जागरूक होना जरूरी है कि सवेरा होते ही स्ट्रीट लाइटों को बंद कर दे ताकि बिजली की बर्बादी पर अंकुश लग सके।

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जल्द लगाए जाएगें स्विच :

दिनभर जलती स्ट्रीट लाइटों के संदर्भ में जब नगर परिषद के सचिव विजय शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जल्द ही स्ट्रीट लाइटों पर स्विच लगाए जाएगें। दिन में जलती स्ट्रीट लाइटों को बंद करने के लिए लोगों के सहयोग की भी जरूरत है। जिन लाइटों पर स्विच नहीं लगे है उनकी तुरंत प्रभाव से व्यवस्था की जाएगी।

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शहर में चल रहा है काम

बिजली निगम दादरी शहरी उपमंडल के एसडीओ जगदीश चंद्र ने कहा कि शहर में पुराने तारों, ट्रांसफारमरों, पोल इत्यादि को बदलने का काम पिछले साल से चल रहा है। कुछ जगह जहां कमी रह गई है उसे भी जल्द ठीक किया जाएगा।


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