मोदी के संबोधन को लेकर बना उत्साह का माहौल, व्यापक तैयारियां की थी स्कूलों ने
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : शिक्षक दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन को सुनने के लिए शुक्रवार को दादरी उपमंडल के ग्रामीण व शहरी स्कूलों के छात्र-छात्राओं में काफी उत्साह, उत्सुकता व जिज्ञासा का माहौल बना रहा। अधिकतर सरकारी व निजी स्कूलों ने नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के लिए बृहस्पतिवार से ही तैयारियां शुरू कर दी थी। कई स्कूलों में हजारों छात्र-छात्राओं को सीधा प्रसारण दिखाने के लिए बड़े पर्दे, प्रोजेक्टर, बड़े साईज की स्क्रीन, एलसीडी, टीवी सेट इत्यादि की व्यवस्था की गई थी। हालांकि अधिकतर सरकारी स्कूलों में एजुसेट, डीटीएच के लिए पिछले वर्षो करोड़ों रुपये खर्च किए गए थे लेकिन इक्का दुक्का स्कूल को छोड़कर अधिकतर में ये सिस्टम नकारा साबित हुए। ऐसे में जहां कई स्थानों पर शिक्षकों ने अपने स्तर प्रधानमंत्री के संबोधन को बालकों तक पहुंचाने के लिए टीवी, प्रोजेक्टर, एलसीडी इत्यादि की व्यवस्था की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए आज सुबह से नगर व आसपास के स्कूलों में बच्चों के साथ शिक्षकों में भी काफी उत्सुकता बनी हुई थी। हालांकि परंपरागत रूप से 5 सितम्बर को स्कूलों में शिक्षक दिवस मनाया जाता रहा है। इस अवसर पर बालक शिक्षकों को सम्मानित करते, सर्व डॉ. राधा कृष्णनन की याद किया जाता है, शिक्षा, गुरु के महत्व पर चर्चा होती है लेकिन पहली बार किसी प्रधानमंत्री द्वारा देश के करोड़ों बालकों के साथ साथ शिक्षकों को भी संबोधित किया गया इसलिए इस आयोजन में न केवल शिक्षकों, बालकों ने काफी रुचि दिखाई। देर सायं तक प्रधानमंत्री के भाषण के अंशों को लेकर खासी चर्चा का दौर जारी रहा।
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लगाई गई बड़ी स्क्रीन
दादरी नगर के वैश्य वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, डीआरके आदर्श विद्या मंदिर, जेडीकेडीईएस स्कूल, परसराम हेतराम कन्या स्मृति विद्यालय, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय इत्यादि में बड़ी स्क्रीन, प्रोजेक्टर इत्यादि लगा कर छात्र छात्राओं के लिए प्रधानमंत्री के संबोधन को सुनाने की व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा आसपास के गांवों के स्कूलों में टीवी, प्रोजेक्टर इत्यादि से बालकों ने सभा के रूप में नरेंद्र मोदी के भाषण को काफी दिलचस्पी लेकर सुना।
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भोजन की थी व्यवस्था
नगर व आसपास के अधिकतर स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी के बाद भी प्रधानमंत्री के संबोधन को सुनने के लिए छात्र-छात्राओं को रोका गया था। इसलिए उनके दोपहर के भोजन की व्यवस्था भी स्कूलों के प्रबंधकों की ओर से की गई थी। सरकारी स्कूलों में छात्र-छात्राओं ने प्रधानमंत्री के भाषण सुनने के साथ साथ पुरी, सब्जी, हलवा, खीर, छौले इत्यादि का जमकर लुत्फ उठाया।
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शिक्षकों, छात्रों ने दिखाई रुचि
शिक्षक दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के प्रति न केवल स्कूली छात्र-छात्राओं, शिक्षकों ने काफी रुचि दिखाई बल्कि सराहना भी की। प्रधानमंत्री के भाषण के सहज, सरल व रुचिकर संदर्भो को लेकर खासी चर्चा रही। प्रधानमंत्री के संबोधन के दूसरे चरण में छात्र छात्राओं से पूछे गए सवालों के स्टीक, हास्य विनोद, गंभीर व नीतिगत जवाबों की शिक्षकों ने काफी प्रशंसा की।