बिजली मीटर की एफआइआर से पुलिस का इकार
संजय वर्मा, भिवानी
घर से बाहर बिजली के खंभे पर लगा मीटर चोरी होने की आधा दर्जन से अधिक वारदात पुलिस फाइलों में दफन होने से पहले ही दम तोड़ गई। अकेले भिवानी सब अर्बन सब डिवीजन नंबर-2 में आधा दर्जन बिजली उपभोक्ताओं के मीटर चोरों द्वारा गायब कर दिए गए, मगर इन मीटर चोरी की वारदात की पुलिस एफआइआर दर्ज तक करने को तैयार नहीं है। हैरत तो यह है कि रसूखदारों के मामले में तो स्थानीय पुलिस तत्परता दिखा रही है, जबकि आम बिजली उपभोक्ताओं के चोरी हुए मीटरों के मामले में पुलिस रेवाड़ी का पता बता रहे है। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा सभी घरेलू व गैर घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली मीटर पोल पर लगाने के आदेश दिए हुए है। निगम के ये आदेश ही उपभोक्ताओं के लिए सबसे बड़ी दुविधा है।
विभागीय अधिसूचना की बात करें तो घर से बाहर लगे बिजली मीटर की सुरक्षा की जिम्मेवारी निगम की होती है, मगर उपभोक्ता के नाम मीटर होने की वजह से इसका ठीकरा निगम उपभोक्ता के सिर ही फोड़ रहा है। विभागीय सूत्रों की माने तो सब अरबन सब डिवीजन नम्बर 2 के तहत ब्राह्मा कालोनी निवासी बिमला देवी का घर से बाहर लगा बिजली मीटर चोरी हो गया। इस मामले में पुलिस ने कोई एफआईआर तक दर्ज नहीं की। इतना ही नहीं इसी सब डिवीजन में जीतुवाला जोहड़ क्षेत्र निवासी राजेन्द्र कुमार व शिव नगर कालोनी निवासी संदेश्वर का बिजली मीटर भी चोरी हो गया है, मगर पिछले एक माह से ये उपभोक्ता पुलिस थाने व निगम दफ्तर के चक्कर काट रहे है। इसके बावजूद भी इनकी मीटर चोरी की शिकायत तक दर्ज नहीं हो पाई। अब बात रसूकदारों की आती है तो इसी सब डिवीजन में बालाजी कालोनी की रहने वाली मीरा देवी का बिजली मीटर चोरी हो गया था। पुलिस ने गत 4 अप्रैल को ही इसकी मीटर चोरी की एफआइआर दर्ज कर डाली। रसूख की एक और ऐसे ही मामले में अनाज मंडी के नरेश कुमार के बिजली मीटर चोरी की एफआइआर पुलिस ने गत 12 जनवरी 2013 को दर्ज कर ली। उत्तम नगर के नंदराम की मीटर चोरी की शिकायत पर भी पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर ली। मगर आम उपभोक्ताओं की बात जब भी आई तो पुलिस ने शिकायत दर्ज करना तो दूर उनसे मुंह फेर लिया। हालाकि उपभोक्ताओं की इस परेशानी से बचने के लिए दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा रेवाड़ी में पावर एंड इरीगेशन पुलिस स्टेशन स्थापित किया हुआ है जो केवल बिजली चोरी से जुड़े मामलों को ही दर्ज कर उनकी पड़ताल करती है। मगर इस थाने में भी यहा के उपभोक्ताओं को कोई संतोषजनक जवाब तक नहीं मिल पा रहा है। इस थाने में बैठे अधिकारी स्थानीय पुलिस पर ही रिपोर्ट लिखवाने के लिए कहकर अपनी जिम्मेवारी से पल्ला झाड़ रहे है, जबकि स्थानीय पुलिस भी मीटर चोरी के मुकदमों की संख्या बढ़ाकर बेवजह परेशानी मोल नहीं लेना चाहती।
पुलिस नहीं कर रही है बिजली मीटर चोरी मामलों में कार्रवाई
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के उपमंडल अधिकारी मनोज कुमार पानू ने बताया कि उपभोक्ता का बिजली मीटर चोरी होने की सूचना उसे पुलिस व संबंधित निगम डिवीजन में देनी होती है। उन्होंने बताया कि सीधे उपभोक्ता भी चोरी हुए बिजली मीटर की शिकायत पुलिस में दर्ज करवा सकता है, जबकि निगम अधिकारियों की ओर से भी ऐसी शिकायतें पुलिस में दी जा सकती है। उन्होंने बताया कि फिलहाल स्थानीय पुलिस बिजली मीटर चोरी के मामलों में उपभोक्ताओं की शिकायत तक दर्ज नहीं कर रही है। इस वजह से उपभोक्ता परेशान होकर निगम दफ्तर में ही चक्कर काट रहे है।
बिजली मीटर चोरी का नहीं है सॉफ्टवेयर
रेवाड़ी स्थित पावर एवं इरीगेशन पुलिस थाने के प्रभारी इस्पेक्टर रजत गुलिया ने बताया कि उनके पास बिजली चोरी व नहरी पानी चोरी से जुड़ी शिकायतों पर ही मामले दर्ज किए जा रहे है। अभी तक उनके साफ्टवेयर में बिजली मीटर चोरी की कोई भी शिकायत दर्ज नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि बिजली मीटर चोरी की शिकायतें तो संबंधित पुलिस थाने में ही दर्ज की जा रही है। उन्होंने बताया कि बिजली चोरी के तहत सेक्शन 135 के तहत कार्रवाई की जा रही है, जबकि उनके साफ्टवेयर में सेक्शन 136 से संबंधित बिजली मीटर चोरी का मामला दर्ज करने का कोई प्रावधान ही नहीं है।
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