प्रदर्शनकारियों ने फूंका पुलिस का पुतला, केस वापस लेने की माग
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : पिछले दिनों एक मामले को लेकर हुए सड़क जाम के सिलसिले में वीरेंद्र बुल्
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
पिछले दिनों एक मामले को लेकर हुए सड़क जाम के सिलसिले में वीरेंद्र बुल्लड़ पहलवान व उनके साथियों पर दर्ज केस को वापस लेने की माग पर सोमवार को शहर में प्रदर्शन हुआ। रेलवे रोड से शहर थाने तक जुलूस निकाला गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने झज्जार मोड़ के सामने दिल्ली-रोहतक रोड पर पुलिस का पुतला भी फूंका और केस वापसी की माग की। उधर, पुलिस ने दो टूक शब्दों में कहा है कि जो आरोपी है, वह हर हाल में गिरफ्तार होगा।
पिछले दिनों एक युवक की मौत के मामले में आक्रोशित लोगों द्वारा दिल्ली-रोहतक रोड पर जाम लगा दिया गया था। इसको लेकर पुलिस ने केस दर्ज किया था। आरोप है कि अखाड़ा संचालक वीरेद्र बुल्लड़ भी जाम लगाने वालों में शामिल थे। उनके अलावा कई और लोगों को केस में नामजद किया गया। इधर, बुल्लड़ के समर्थन में काफी छात्र व अन्य संगठनों से जुड़े लोग उतर आए है। वे इस केस को झूठा करार दे रहे है। एक दिन पहले कालेज के छात्रों ने नारेबाजी करके बुल्लड़ पर दर्ज केस को वापस लेने की माग की थी। सोमवार को यह मामला और तूल पकड़ गया। रेलवे रोड पर काफी संख्या में लोग एकत्रित हुए। बाद में उन्होंने शहर थाने तक जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया और पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने झज्जार मोड़ के सामने दिल्ली-रोहतक रोड पर पुलिस का पुतला भी फूंका और विरोध जताया। बताते है कि प्रदर्शनकारी पहले शहर थाना के सामने ही पुलिस का पुतला फूंकना चाहते थे, मगर अन्य लोगों के समझाने पर उन्होंने झज्जर मोड़ पर ही पुतला फूंका। प्रदर्शनकारियों में शामिल दीपक देशवाल ने कहा कि बुल्लड़ पहलवान व अन्य लोगों पर दर्ज मुकदमे को वापिस लिया जाना चाहिए। बुल्लड़ पहलवान की भूमिका हमेशा सकारात्मक मामलों में रहती है। एक दुखी परिवार की जब नहीं सुनी गई तो वह सड़क पर आ गए। जब वीरेंद्र बुल्लड़ व अन्य ने दुखी परिवार की आवाज को उठाया तो पुलिस की ओर से यह नाजायज कार्रवाई की गई। बुल्लड़ पहलवान ने ऐसा कुछ नही किया जो कानून के विपरीत हो।
वर्जन..
सड़क जाम करने का जो मामला दर्ज है, उसमें पुलिस के पास पर्याप्त सुबूत है। जिस युवक की मौत को लेकर सड़क जाम किया गया था, वह सड़क दुर्घटना का मामला था। उसमें चार्जशीट दी जा चुकी है। इसके बावजूद सड़क जाम करना अपराध है। ऐसे में एफआइआर में जो भी आरोपी है उसकी गिरफ्तारी हर हाल में होगी, चाहे वह कोई भी हो।
-प्रदीप कुमार, एसएचओ, सिटी बहादुरगढ़।