पुलिस व गोरक्षकों का विवाद सुलझा
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : तीन दिन पहले दिल्ली सीमा पर गोतस्करों की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस और
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
तीन दिन पहले दिल्ली सीमा पर गोतस्करों की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस और गोरक्षक सेना के बीच हुई तकरार सुलझ गई है। संत गोपाल दास की पहल पर पुलिस ने भी इस घटना को लेकर खेद जताया। ऐसे में गोरक्षकों ने भी नाराजगी खत्म कर दी। दो दिन तक जाच के लिए पुलिस की ओर से वक्त मागा गया था। यह अवधि पूरी होते ही बुधवार को फिर से संत गोपाल दास की मौजूदगी में गो रक्षकों की मीटिग बुलाई गई। इस दौरान डीएसपी धीरज कुमार भी पहुचे। कई देर बातचीत होती रही। गो रक्षक सेना की ओर से नवीन दलाल ने खुद के साथ हुई घटना ब्या की तो उस दौरान डयूटी पर रहे पुलिस कर्मियों ने भी अपना पक्ष रखा। बाद में दोनों पक्षों ने मिलकर मामले को निपटा दिया।
गोमाता की रक्षा सबका कर्तव्य संत गोपालदास ने कहा कि गो माता की रक्षा तो सबका कर्तव्य है। चाहे पुलिस हो, गो रक्षक या फिर आम आदमी, सभी को गो माता की रक्षा के लिए तत्पर रहना चाहिए। सरकारी स्तर पर जुबानी कवायद तो खूब हुई, मगर गो संरक्षण के लिए धरातल पर ज्यादा कुछ नहीं हो रहा है। हालात बताते है कि गो तस्करी का जो नेटवर्क है, वह कहीं ज्यादा मजबूत है। इस नेटवर्क को तोड़ना होगा। ऐसे में पुलिस को भी ईमानदारी और निष्ठा के साथ काम करना चाहिए। संत गोपाल दास ने कहा कि जिस भी वाहन में पशु हो उसका पूरा रिकार्ड व उसकी विडियोग्राफी करनी चाहिए ताकि तस्करों को पकड़ने में आसानी हो सके। सभी को संगठित कर गोवंश की रक्षा के लिए आगे लाया जाएगा।
गोतस्करी रोकने को पुलिस सजग
डीएसपी धीरज कुमार ने कहा कि गो तस्करी रोकने को पुलिस पहले भी सजग थी और आज भी है। किसी भी वक्त तस्करी की सूचना आती है तो घेराबंदी में कोई देरी नहीं की जाती। तस्करों को पकड़ने के लिए पुलिस के जवानों ने कई बार अपनी जान भी दाव पर लगाई है। जिसमें जवान इसमें जख्मी भी हुए है। गोली चलानी पड़ी तो उससे भी पुलिस पीछे नही हटी है। जहा तक गो रक्षकों के साथ किसी तरह के दुर्व्यवहार की बात है तो ऐसा कभी नही हुआ। कभी भी उनके पास ऐसी कोई शिकायत नही पहुची। इस मामले में भी तीन गो तस्करों को काबू किया गया है। गो वंश भी मुक्त कराए गए है। उधर, तस्करों को पकड़ने के दौरान ड्यूटी पर रहे पुलिस जवानों ने गो रक्षक के साथ किसी तरह की बदसलूकी के लिए खेद जताया। इस पर गो रक्षकों ने नाराजगी खत्म कर दी।
यह था मामला
गो-रक्षक नवीन दलाल की पुलिस पिटाई के मामले में स्थिति जानने के लिए ही दो दिन पहले भी गोपालदास यहा पहुचे थे। तब पुलिस द्वारा जाच के लिए दो दिन का वक्त मागा गया था। बुधवार को यह मामला निपट गया।