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लिंगानुपात में सुधार के लिए टीम वर्क जरूरी

जागरण संवाददाता, झज्जर : उपायुक्त आरसी बिढ़ाण ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यक्रम बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ

By Edited By: Published: Fri, 30 Sep 2016 01:03 AM (IST)Updated: Fri, 30 Sep 2016 01:03 AM (IST)
लिंगानुपात में सुधार के लिए टीम वर्क जरूरी

जागरण संवाददाता, झज्जर :

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उपायुक्त आरसी बिढ़ाण ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यक्रम बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान जिले में प्रभावी ढग से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि लिंगानुपात के फासले को शत-प्रतिशत बराबरी पर लाने के लिए जरूरी है कि सभी विभागों की ओर से टीम वर्क के तौर पर काम किया जाए। उपायुक्त गुरूवार को अपने कार्यालय में जिला टास्क फोर्स की बैठक में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की जिले संबंधी समीक्षा कर रहे थे।

उपायुक्त ने बैठक में कहा कि इस अभियान को सार्थक मुहिम के रूप में तभी बदला जा सकता है जब जनमानस का सहयोग इस अभियान में मिले। उपायुक्त ने कहा कि बीते माह अगस्त का लिंगानुपात जिले में 960 पर पहुच गया है। लेकिन इस औसत को कायम रखते हुए इसे शत-प्रतिशत तक पहुचने पर ही इस अभियान की सफलता एवं हम सभी का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि जिले में मौजूदा वर्ष का औसत लिंगानुपात 881 है। बेशक बीते वर्षो की अपेक्षा यह काफी सुधरा है लेकिन अब भी इस दिशा में कार्य, मेहनत और जागरूकता की जरूरत है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग व महिला एवं बाल विकास विभाग को संयुक्त रूप से सेमीनार आयोजित करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि जिन गावों में बेहतर लिंगानुपात है वहा कार्यरत आगनवाड़ी वर्कर एवं आशा वर्करों को प्रोत्साहित किया जाए। जहा स्थिति अच्छी नहीं है वहा जिम्मेदारी तय की जाए।

उपायुक्त बिढ़ाण ने कहा कि राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम में हरियाणा प्रदेश अपनी सक्रिय भूमिका अदा कर रहा है और इसी का परिणाम है कि अब लिंगानुपात में निरतर सुधार हो रहा है। उन्होंने जिले के आकडों की समीक्षा करते हुए स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग को सजगता के साथ कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि संयुक्त भागीदारी के साथ ही संबंधित विभाग आपसी तालमेल को बढ़ाते हुए पीएनडीटी और एमटीपी एक्ट के तहत जाच अभियान में तेजी लाएं ताकि सकारात्मक परिणाम हमारे सामने हों।

उन्होने कहा कि जिले में कम लिंगानुपात वाले गावों में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से यह सुनिश्चित करे कि गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण शत-प्रतिशत स्वास्थ्य विभाग के पास हो। उन्होंने कहा कि गर्भवती माता का पंजीकरण होने से संस्थागत डिलीवरी को बढ़ावा मिलेगा और शिशु मृत्यु दर में भी कमी आएगी। उपायुक्त ने जिले में शत-प्रतिशत संस्थागत डिलीवरी करवाने के निर्देश दिए। इसके लिए आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा वर्कर्स, एएनएम सहित स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उनको संस्थागत डिलीवरी करवाने के लिए प्रेरित करने को कहा। इस मौके पर एसडीएम प्रदीप कौशिक, डिप्टी सिविल सर्जन डा. विनीत यादव, डॉ. सरित गौरी, सीएमजीजीए डा. सरित गौरी, सीडीपीओ वैशाली सहित अनेक विभागों के अधिकारी मौजूद थे।


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