दोहरे हत्याकाड से आसौदा सिवान में पसरा तनाव
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : युवा सरपंच रामबीर और उसके पिता बलबीर की फायरिंग कर हत्या के बाद आसौदा
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
युवा सरपंच रामबीर और उसके पिता बलबीर की फायरिंग कर हत्या के बाद आसौदा सिवान गाव में मातम और तनाव पसरा रहा। वारदात के बाद दो नामजद समेत तीन पर केस दर्ज तो किया गया, लेकिन इस दोहरे हत्याकाड के पीछे क्या वजह थी, इसका अभी तक पता नहीं चल पाया है। आक्रोशित परिजन और ग्रामीण शुक्रवार को कई देर तक अस्पताल में शव लेने ही नहीं पहुचे और अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने की बात पर अड़े रहे। बाद में एसपी जशनदीप सिंह ने पहुचकर आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया, उसके बाद ही लोग शात हुए। फिलहाल किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
बृहस्पतिवार की रात सरपंच और उसके पिता को घर के अंदर ही गोली मारी गई थी। अस्पताल में दोनों को मृत घोषित कर दिया गया था। उसके बाद से ही गाव में खौफ का माहौल है। हमलावर कार से आए थे और वारदात के बाद गाव के बीच से भाग निकले। सरपंच के पिता बलबीर तो बिजली निगम में लाइनमैन के पद से तीन माह बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे।
दो नामजद समेत तीन अभियुक्तों पर मामला दर्ज
थाना सदर पुलिस ने मृतक सरपंच रामबीर के बड़े भाई ज्ञानेंद्र के ब्यान पर मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि बृहस्पतिवार की रात को तीन लोग उसके घर पहुचे थे। इनमें दो की पहचान हो गई है। इनमें जितेंद्र उर्फ जीतू पुत्र प्रकाश और जतिन पुत्र जयप्रकाश उर्फ पप्पू शामिल है। तीसरे की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस के मुताबिक ये तीनों किसी दस्तावेज से जुड़े काम के बहाने से आए थे। घर में रामबीर और उसका पिता बलबीर मौजूद थे। घर में पहुचने के कुछ देर बाद ही हमलावरों ने रामबीर व बलबीर को कई गोलिया मारी। इससे वे अचेत हो गए। बाद में अस्पताल के अंदर उन्हे मृत घोषित किया गया।
गाव में आक्रोश के बाद पहुचे एसपी
सरपंच और उसके पिता की हत्या की इस वारदात से शुक्रवार को आक्रोश पनप गया। परिजन और ग्रामीण बहादुरगढ़ के नागरिक अस्पताल से शव लेने ही नहरीं आए। लोगों ने तुरत संतोषजनक कार्रवाई न होने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दे दी थी। ऐसे में भारी पुलिस बल गाव में पहुच गया। कुछ ही देर में एसपी जशनदीप सिंह भी पहुचे। इससे पहले ही डीएसपी और एसएचओ गाव में दल-बल के साथ मोर्चा संभाले हुए थे। एसपी के समक्ष पीड़ित परिजनों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ ही कारणों की तह में जाने और पुख्ता सुरक्षा की माग की। एसपी ने सरपंच रामबीर से दो-तीन बार मिलने और उसकी कार्यशैली को सराहा। साथ ही पीड़ित परिवार को उचित सुरक्षा के साथ-साथ दोषियों को जल्द गिरफ्तारी का भी आश्वासन दिया। उसके बाद ही लोग शात हुए और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुचे।
पुलिस सुरक्षा के बीच गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार
दोपहर बाद शवों को पोस्टमार्टम के बाद वारिसों के हवाले किया गया। उसके बाद गाव में पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच गमगीन माहौल में दोनो पिता-पुत्र का अंतिम संस्कार हुआ। गाव में पुलिस चप्पे-चप्पे पर निगाह रखे हुए है। एसपी ने भी स्थानीय अधिकारियों को कड़ी सुरक्षा बनाए रखने के आदेश दिए है।
गोली ढूंढने में लगा समय
सरपंच और उसके पिता को हमलावरों ने कई-कई गोलिया मारी थी। मौके से पुलिस ने कुछ खोल तो बरामद किए थे, लेकिन पोस्टमार्टम से पहले एक्सरे में शरीर के अंदर से गोलियों को ढूढने में समय लगा। जितनी गोलियों के शरीर पर निशान थे, उतनी गोलियों को निकालने में ही कई घंटे लग गए। इसी कारण शवों को दोपहर बाद वारिसों के हवाले किया जा सका।
सबके मन में एक ही सवाल, क्या है वजह
इस दोहरे हत्याकाड की वजह अभी स्पष्ट नही हो पाई है। बताते है कि मृतक के परिजनों ने भी हमलावरों से किसी तरह की कोई रजिश न होने की बात कही है। ऐसे में हर किसी ने एसपी जशनदीप सिंह से वारदात के पीछे के कारणो का पता लगाने की माग की, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि क्यों ऐसा किया गया। पंचायत चुनाव को लेकर किसी तरह की रजिश थी या नहीं, इस पर पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुची है। पुलिस ने बताया कि हमलावरों के पारिवारिक सदस्य ने भी सरपंच का चुनाव लड़ा था।
वर्जन : इस वारदात में पुलिस को जाच के लिए कुछ बिंदु मिले है। पूछताछ के लिए कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। जाच और गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित की गई है। जल्द ही पुलिस इस वारदात में सफल अंजाम पर पहुचेगी।
-जशनदीप सिंह, एसपी, झज्जार।