छावनी की तीन लाख की आबादी, सामुदायिक केंद्र सिर्फ दो
जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी की तीन लाख की आबादी पर नगर निगम के दो सामुदायिक केंद्र चल
जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी की तीन लाख की आबादी पर नगर निगम के दो सामुदायिक केंद्र चल रहे हैं। इसीलिए आम जनता को छोटे-बड़े आयोजनों के लिए जेब ढीली करनी पड़ रही हैं। इसका फायदा निजी पैलेस व होटल मालिकों को मिल रहा है। इसका जिम्मेदार नगर निगम अंबाला है क्योंकि सामुदायिक केंद्रों की समय पर मरम्मत न होने की वजह से केंद्र खस्ताहाल हो गए हैं। इतना ही नहीं जिन सामुदायिक केंद्रों की मरम्मत का बजट मंजूर होने के बाद टेंडर अलॉट हो चुका है उसका भी निगम अधिकारी काम शुरू नहीं करा पा रहे हैं।
छावनी की बात करें तो यहां पर पांच सामुदायिक केंद्र बने हुए हैं। तीन की हालत खस्ताहाल और दो केंद्र चल रहे हैं। इसमें से एक शहरी आबादी और दूसरा नगर निगम की ग्रामीण आबादी के बीच चल रहा है। इसी वजह से छावनी की आम जनता को निजी पैलेस या सड़क पर टेंट लगाकर शादी समारोह करने पर मजबूर हैं। कुम्हार मंडी में जो केंद्र चल रहा है उसकी हालात भी खस्ताहाल होती जा रही है। लोग मजबूरी में वहां पर कार्यक्रम करने पर मजबूर हैं। निगम का सुभाष नगर, बीसी बाजार, हाउ¨सग बोर्ड कालोनी, कुम्हार मंडी, बीच की डिग्गी राम बाग रोड और खोजकीपुर में सामुदायिक केंद्र बने हुए हैं। इनमें से कुम्हार मंडी व खोजकीपुर का सामुदायिक केंद्र चल रहा है।
टेंडर अलॉट लेकर काम नहीं शुरू
नगर निगम अधिकारी की लापरवाही का आलम यह है कि साढ़े नौ लाख रुपये की लागत से राम बाग रोड पर स्थित सामुदायिक केंद्र का मरम्मत कार्य होना है। जिसका टेंडर तीन माह पहले लग चुका है और अधिकारी इसका काम आज तक शुरू नहीं कर पाएं हैं। इसका असर आम जनता की सुविधा से जुड़ा हुआ है। इसी मामले को नगर निगम के सुधीर जायसवाल निगम के अधिकारियों के सामने उठाया तो निगम के म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन के जूनियर इंजीनियर (जेई) मौके पर पहुंचे। जेई ने सुधीर जायसवाल के साथ केंद्र का दौरा किया और ठेकेदार को भी सामुदायिक केंद्र के बारे में अवगत कराया गया।
कुम्हार मंडी में सुविधाओं का अभाव
कुम्हार मंडी की बात करें तो यहां के सामुदायिक केंद्र का शुभारंभ राज्यसभा सांसद कुमारी सैलजा ने किया। लेकिन देखरेख के अभाव में अब यह केंद्र खस्ताहाल होता जा रहा है। केंद्र में यदि कोई शादी समारोह होता है तो केंद्र के पीछे हलवाई के बैठने या सामान रखने के लिए कोई कमरा नहीं है। इसके अलावा एंट्री गेट का थड़ा टूट गया है जिसकी मरम्मत नहीं कराई जा रही है। इसके अलावा शादी समारोह में आने वाले लोगों को साफ सुथरा शौचालय नहीं मिलता। फिर भी लोगों की मजबूरी में अपने कार्यक्रम में यहां करने पड़ रहे हैं।
सुभाष नगर में बना पंचकर्मा सेंटर
छावनी के सुभाष नगर में स्वास्थ्य विभाग अंबाला की ओर से पंचकर्मा सेंटर खोल दिया गया है। यहां पर रामकिशन कालोनी, एकता विहार, गो¨वद नगर समेत अन्य कालोनियों के लोग शादी समारोह के कार्यक्रम करते थे। लेकिन पंचकर्मा सेंटर खुलने से अब उन्हें हाउ¨सग बोर्ड कालोनी के सामुदायिक केंद्र में जाना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि हाउ¨सग बोर्ड कालोनी में बना सामुदायिक केंद्र में स्थानीय लोग कार्यक्रम करने से परहेज करते हैं। इसीलिए छावनी में कुम्हार मंडी के अलावा कोई दूसरा सामुदायिक केंद्र नहीं है।
खोजकीपुर केंद्र दूर पड़ता है
खोजकीपुर में नगर निगम की ओर से नया सामुदायिक केंद्र बनाया गया है जिसका किराया निगम की ओर से 10 हजार रुपये रखा गया है। लेकिन केंद्र छावनी की जनता से काफी दूर है और आसपास निगम के गांव लगते हैं। इसीलिए केंद्र में कार्यक्रम न के बराबर हो रहे हैं। इसके अलावा लोग केंद्र में शादी विवाह करने से भी करने से परहेज करते हैं क्योंकि केंद्र के सामने श्मशान घाट पड़ता है। लोग शुभ कार्यक्रम के मामले में दूसरी जगह पर कार्यक्रम करना पसंद करते हैं। बीसी बाजार को सामुदायिक केंद्र भी राम बाग रोड की तरह खस्ताहाल है जिसे ठीक करने की कोई सुध निगम प्रशासन नहीं ले रहा है।
कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है
नगर निगम अंबाला के अधिकारी सामुदायिक केंद्रों की मरम्मत की तरफ काफी समय से ध्यान नहीं दे रहे हैं। कई बार लिखित में निगम अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है और हाउस की बैठक में भी मामला उठाया जा चुका है। तत्कालीन डीसी और निगम आयुक्त डा. साकेत कुमार इन सामुदायिक केंद्र का दौरा भी कर चुके हैं लेकिन आज तक इनका कोई उधार नहीं हुआ है।
सुधीर जायसवाल, उप महापौर, नगर निगम अंबाला।