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बहन के सपने को अपना बना बन गया टॉपर

जागरण संवाददाता, अंबाला : बचपन में मां-बाप ने चलाना सिखाया तो बहन ने पहली से 5वीं तक पढ़ाने मे

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 May 2017 01:07 AM (IST)Updated: Mon, 29 May 2017 01:07 AM (IST)
बहन के सपने को अपना बना बन गया टॉपर
बहन के सपने को अपना बना बन गया टॉपर

जागरण संवाददाता, अंबाला : बचपन में मां-बाप ने चलाना सिखाया तो बहन ने पहली से 5वीं तक पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बहन पंखुड़ी जैन का पढ़ाया आज भी याद है लेकिन वह उसके पास नहीं है। एक बीमारी के चलते 9वीं में उससे बिछड़ गई तो उसके पढ़ने के सपने को उसने अपना लक्ष्य बनाया। आज उसी बहन के लिए अंबाला छावनी के काली बाड़ी मंदिर के पास रहने वाले सम्यक जैन ने सीबीएसई के 12वीं के परीक्षा परिणाम में जिले में टॉप किया है।

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आर्मी पब्लिक स्कूल के छात्र सम्यक जैन के पिता राकेश जैन सदर बाजार में स्टेशनरी की शॉप चलाते हैं और मां संगीता जैन घर को संभालती हैं। सम्यक ने बताया कि उसने कॉमर्स विषय अर्थशास्त्री बनने के लिए लिया है। 12वीं की परीक्षा की तैयारी के लिए उसने दिन रात मेहनत की है। स्कूल से जो होमवर्क मिलता है उसको वह ईमानदारी के साथ पूरा करता था। इसके अलावा उसने ट्यूशन से कुछ सब्जेक्ट की तैयारी की और रात को रोजाना 4 से 5 घंटे की तैयारी करता था। यही वजह है उसके कॉमर्स में 98.2 प्रतिशत अंक आएं हैं। सम्यक अपने मां-पिता की इकलौती औलाद हैं और पिता राकेश जैन चाहते हैं कि यदि वह अर्थशास्त्री बनना चाहता है तो पूरी लगन के साथ उसकी तैयारी करें। बेटे की मेहनत का फल है कि उसने अच्छे अंक हासिल किए हैं। इसीलिए उन्हें अपने बेटे पर गर्व है।

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अपनी कंपनी में सीए बनना सपना

मानव चौक अंबाला शहर निवासी रिया अरोड़ा ने बताया कि वह अपनी कंपनी में सीए बनना चाहती है। इसके लिए वह दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला लेकर एमबीए करना चाहती है। जिसके लिए वह प्रयासरत है। रिया के पिता बिजनेस और मां सरोज बाला कॉमर्स की ही टीचर हैं। सरोज ने बताया कि अच्छे अंक आने पर बेटी से कहा था कि वह उसे मोबाइल फोन दिलवाएगी। एसए जैन मॉडल स्कूल की छात्रा रिया ने बताया कि उसने सेल्फ स्टडी की है और रूटीन में चार से पांच घंटे की तैयारी करती थी।

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इंजीनियर बनना है लक्ष्य

मुरलीधर डीएवी स्कूल की छात्रा मानवी जैन ने बताया कि आइआइटी से कंप्यूटर साइंस करना उसका लक्ष्य है। यदि आईआईटी में उसे दाखिला मिल जाता है तो उसका सपना पूरा हो जाएगा। उसने 12वीं में अच्छे अंक हासिल करने के लिए चंडीगढ़ से को¨चग ली है। उसके केमिस्ट्री में उम्मीद से दो नंबर कम आए हैं। इंजीनियर बनना उसका लक्ष्य है और इसका श्रेय वह अपना दादा पीके गुप्ता और दादी कुसुम गुप्ता के साथ-साथ मां-बाप और टीचर को देना चाहती है। छात्रा ने कहा कि यदि थोड़ी सी मेहनत कर लें तो अच्छे परिणाम आ सकते हैं और वह जब पढ़ती थी तो घड़ी की तरफ नहीं देखती थी।

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हर विद्यार्थी पर ध्यान दिया जाता

आर्मी पब्लिक स्कूल के ¨प्रसिपल परमजीत ¨सह ने बताया कि टीचर काफी अच्छे हैं और एक्सट्रा क्लासेस लगती है। स्कूल में हर विद्यार्थी की शिक्षा का खासा ख्याल रखा जाता है और पैरेंट्स को समय-समय पर बच्चों की रिपोर्ट दी जाती है। इसके अलावा स्कूल में अच्छा वर्क क्लास रूम में कराया जाता है। इसीलिए अच्छे परिणाम स्कूल में आते हैं।

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अभिभावकों का सहयोग जरूरी

एसए जैन सीनियर मॉडल स्कूल की ¨प्रसिपल अनीता मेहता ने कहा कि अभिभावकों को सहयोग यदि किसी भी स्कूल को मिल जाएं तो उसका परिणाम बेहतर हो जाता है। अध्यापकों को साथ हर अभिभावकों को देना चाहिए। इससे अच्छे परिणाम मिलते हैं। उनके स्कूल के बच्चों ने मन लगाकर पढ़ा है जिसकी बदौलत आज वह अच्छे रिजल्ट के मुकाम पर हैं।

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पढ़ाई के साथ अभ्यास जरूरी

मुरलीधर डीएवी स्कूल के ¨प्रसिपल आरआर सूरी ने कहा बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अभ्यास करना चाहिए। अभिभावकों को अपने बच्चों का घर पर ख्याल रखना चाहिए। इससे अपने बच्चे की कमियों का पता चलता है और टीचर के साथ मिलने के बाद उन कमियों को दूर किया जा सकता है।


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