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रेड की सूचना लीक, लखनऊ में खाक छानने को मजबूर हुई अंबाला पुलिस

-गिरफ्तार आरोपी के परिजनों पर संदेह, फरार आरोपियों के परिवार कर रहे गुमराह -ि

By Edited By: Published: Wed, 22 Feb 2017 03:00 AM (IST)Updated: Wed, 22 Feb 2017 03:00 AM (IST)
रेड की सूचना लीक, लखनऊ में खाक 
छानने को मजबूर हुई अंबाला पुलिस
रेड की सूचना लीक, लखनऊ में खाक छानने को मजबूर हुई अंबाला पुलिस

-गिरफ्तार आरोपी के परिजनों पर संदेह, फरार आरोपियों के परिवार कर रहे गुमराह

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-विदेश भेजने के पर ठगे 2.7 लाख, माडल टाउन चौकी पुलिस की कार्रवाई

राजीव ऋषि, अंबाला शहर

कबूतरबाजों की धरपकड़ के लिए उत्तर प्रदेश के लखनऊ पहुंची अंबाला पुलिस की रेड की सूचना लीक हो गई। यही कारण रहा कि माडल टाउन चौकी पुलिस बाजारों की खाक छानने को मजबूर है। संदेह है कि दया शंकर की गिरफ्तारी के बाद ही उसके परिजनों ने उसके चचेरे भाई अजय ¨सह व सहयोगी वेद प्रकाश के परिवार को घटना से अवगत करवा दिया। उसके बाद से ही आरोपी भूमिगत हो गए, घर पर नहीं मिले। परिजनों ने भी पुलिस को सहयोग नहीं किया, इधर-उधर की बातें करके गुमराह करने का प्रयास करते रहे। इतना तक नहीं बताया कि अजय कुमार रेलवे में कहां पर नियुक्त है, लेकिन पुलिस ने हौसला नहीं छोड़ा। नाम-पते व हुलिए के आधार पर रेलवे क्लर्क का विभाग में रिकार्ड तलाशा जा रहा है। यदि जल्द आरोपी गिरफ्त में नहीं आए तो उन्हें कोर्ट से पीओ घोषित कराने की कानूनी प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी, यह दावा किया है।

शहर के बलदेवनगर थाने में दर्ज ठगी के इस प्रकरण में जलबेहड़ा के पास रहने वाली चरणजीत कौर के पति जसबीर ¨सह को विदेश भेजने के नाम पर 2.70 लाख रुपये ऐंठ लिए गए थे। मामले में जंडली के दया शंकर, लखनऊ निवासी उसके चचेरे भाई अजय ¨सह व सहयोगी वेदप्रकाश को आरोपी बनाया गया। गिरफ्तार आरोपी छह दिन के पुलिस रिमांड पर है। जानकारी के अनुसार रविवार रात कबूतरबाजी के आरोपियों को पकड़ने लखनऊ पहुंची पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं। रविवार रात दया शंकर को वहां के नजदीकी थाने के लॉकअप में रखा गया। सोमवार सुबह उसे साथ लेकर आरोपियों के घर दबिश दी गई लेकिन वे नहीं मिले। परिजनों ने भी उनकी जानकारी होने से इंकार कर दिया। इधर-उधर की बातें कर गुमराह करते रहे लेकिन पुलिस को शक हो चुका कि रेड की जानकारी लीक हो गई है। पुलिस का मत है कि जब दयाशंकर को गिरफ्तार किया गया, उसके बाद पुलिस रिमांड पर लिया गया। उसी दौरान उसके परिजनों ने आरोपियों के परिवार को जानकारी दे दी। उन्हें बताया गया कि पुलिस जल्द वहां आने वाली है। इसलिए गिरफ्तारी के बाद से ही आरोपी छिप गए। अजय के परिजनों तो यह भी छिपाया कि वह रेलवे में कहां पर नौकरी करता है, कहां पो¨स्टग है। झूठमूठ में इतना विश्वास जरूर दिया कि उसका पता चलते ही पुलिस को सूचना देंगे। उसके बाद से पुलिस उन स्थानों पर दबिश दे रही है, जहां उनके छिपे होने की संभावना है। 23 फरवरी तक के रिमांड के लिए अदालत को बताया गया था कि फर्जी दस्तावेज, फरार आरोपियों की उप्र से गिरफ्तारी की जानी है। ध्यान रहे कि चरणजीत कौर का जेठ सुरेश व जंडली का दया शंकर भारत सर्जिकल में हिस्सेदार थे। ये अस्पताल में बेड बनने व रिपेयर करते थे। दया शंकर ने महिला के पति जसबीर को मलेशिया भेजने के नाम पर 2.70 लाख लिए लेकिन न तो विदेश भेजा न ही पैसे वापस किए थे। 1.52 लाख बैंक खाते से व 1.18 लाख नकद लिए थे। वेद प्रकाश के कहने पर दया शंकर ने जंडली में श्री बालाजी मैरीन नाम से दफ्तर खोला था। यहां पर चचेरे भाई बैठते रहे। शिकायत होने के बाद दफ्तर बंद कर दिया गया था। पंचायती हल न निकलने के बाद एसपी के आदेश पर आर्थिक अपराध शाखा द्वारा की गई जांच के बाद केस दर्ज किया गया था। माडल टाउन चौकी इंचार्ज एएसआई ऋषिपाल के अनुसार आरोपियों की तलाश जारी है। पकड़ने जाने की भनक लगते ही वे घर से निकल गए। रेलवे से अजय की जानकारी हासिल की जा रही है। दोनों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


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