प्रभु की ट्रेन का 200 किलोमीटर का सफर बना आफत
दीपक बहल, अंबाला रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने यात्रियों की सुविधा में इजाफा करने के लिए भले ही
दीपक बहल, अंबाला
रेलवे ने यात्रियों की सुविधा में इजाफा करने के लिए भले ही डीआरएम से चेयरमैन रैंक के अफसरों को एसी सेलून छोड़ सामान्य ट्रेनों में मुसाफिरों की पीड़ा जानने के लिए मजबूर कर दिया लेकिन रेल हमसफर सप्ताह खत्म होने के बाद 200 किलोमीटर का सफर आफत बन गया। अंबाला से दिल्ली जाने के लिए अब मुसाफिरों को रोजाना पानीपत रेलवे स्टेशन से दूसरी ट्रेन पकड़नी पड़ती है, जबकि कई दशकों से अंबाला से दिल्ली तक एक ही पैसेंजर जाती थी। हाल में किए बदलाव ने रोजाना हजारों यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है।
अंबाला से दिल्ली के लिए सुबह पैसेंजर ट्रेन संख्या 64532 रवाना होती है। यह ट्रेन कई सालों से अंबाला से सीधे दिल्ली तक जाती रही। इस ट्रेन का पानीपत में सिर्फ नंबर बदल कर 64536 कर दिया जाता था, लेकिन ट्रेन आगे तक जाती थी। लेकिन, अब रेलवे अफसरों ने आदेश जारी कर दिए कि अंबाला से पानीपत के लिए एक ट्रेन और पानीपत से दिल्ली के लिए दूसरी ट्रेन रवाना होगी। इस फरमान ने उन मुसाफिरों की परेशानी बढ़ा दी जो पानीपत से अगले स्टेशनों के लिए सफर कर रहे हैं। अंबाला से ट्रेन चलने के बाद सीट मिल जाती है लेकिन पानीपत के बाद आनन-फानन में दूसरी पैसेंजर पकड़नी पड़ रही है जिसमें कई बार सीट तक नसीब नहीं होती। ट्रेन संख्या 64532 पानीपत स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर वन पर पहुंचती है, जबकि दिल्ली के लिए दूसरी पैसेंजर प्लेटफार्म नंबर चार सा पांच से रवाना होती है। दो सौ किलोमीटर के सफर ने आफत खड़ी कर दी है।
सूत्रों का कहना है कि कागजों में अंबाला से पानीपत के लिए ही ट्रेन रवाना होती है लेकिन यात्रियों की सुविधा के लिए पानीपत में सिर्फ ट्रेन नंबर बदल दिया जाता रहा। अब इस सुविधा पर कटौती कर दी है।
सुरक्षा के मद्देनजर हो सकता : डीआरएम
दिल्ली मंडल के डीआरएम अरुण अरोड़ा ने कहा कि सुरक्षा के मद्देनजर ऐसा किया गया होगा। उनका कहना था कि पानीपत में विस्फोट की घटना के बाद ट्रेन के रैक में बदलाव किया गया है। हालांकि, वे बोले यात्रियों को परेशानी न हो इस पर विचार किया जाएगा।