न्यू रामनगर में शराब ठेका बंद करवाने की जिद पर अड़े लोग, हंगामा
जागरण संवाददाता, अंबाला छावनी के न्यू रामनगर में खुले शराब ठेके को बंद करवाने का विवाद
जागरण संवाददाता, अंबाला
छावनी के न्यू रामनगर में खुले शराब ठेके को बंद करवाने का विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। सोमवार को स्थानीय लोगों ने शराब ठेका बंद करवाने के लिए जमकर हंगामा किया। सूचना मिलते ही एसडीएम सुभाष चंद्र सिहाग और जिला आबकारी एवं कराधान विभाग अधिकारी एनके ग्रेवाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को शांत करवाने का प्रयास किया लेकिन स्थानीय लोग केवल उनकी कालोनी से शराब ठेका बंद करवाने की जिद पर ही अड़े थे। बाद में अधिकारी ठेके के लिए दूसरी जगह देखने की बात कहते हुए मौके से चले गए और वापस नहीं आए। वहीं ठेकेदार रोहतास राणा को यहां से ठेका नहीं हटाने को लेकर अभी कोर्ट से स्टे नहीं मिली है। हालांकि उसने याचिका दायर कर दी है।
गौरतलब है कि न्यू रामनगर कालोनी में बॉबी जिम के पास करीब एक माह पूर्व शराब ठेका खुला था। ठेका खुलने के पहले दिन से ही स्थानीय लोग इसे बंद करवाने के लिए कई बार यहां धरना प्रदर्शन कर चुके है। सोमवार को ठेके के सामने एकत्र हुई महिलाओं ने कहा कि मुख्य सड़क पर ठेका होने के कारण आसपड़ोस की महिलाओं को यहां से गुजरने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। महिलाओं ने कहा कि जब तक ठेका बंद नहीं होगा वह इसी तरह प्रदर्शन करेंगी। बेशक उन्हें इसके लिए कोर्ट में ही क्यों न जाना पड़े। इससे पूर्व भी कालोनी के लोग दो बार स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के पास जाकर ठेका बंद करवाने के लिए गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी तक ठेका बंद नहीं हुआ। ऐसे में सोमवार को लोगों ने यहां हंगामा किया तो पहले आबकारी एवं कराधान अधिकारी एनके ग्रेवाल और बाद में एसडीएम सुभाष सिहाग पहुंचे।
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एसडीएम के आदेशों पर भी सील नहीं हुआ ठेका
बीते बुधवार को रेस्ट हाउस में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की गैर मौजूदगी में एसडीएम सुभाष चंद्र सिहाग ने लोगों की शिकायतें सुनी थी। उस समय भी लोगों की शिकायत पर एसडीएम ने आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये थे कि शराब के ठेके के मुख्य गली में लगे हुए दोनों शटरों को सील करके ठेके के पिछली ओर दरवाजा लगाकर शराब बेच सकता हैं। लेकिन अभी तक न तो ठेका सील किया गया और न ही कोई दूसरी रास्ता बनाया गया। रिहायशी इलाके से यह ठेका हटवाना अब प्रशासनिक अधिकारियों के लिए नाक का सवाल बन गया है। क्योंकि अधिकारियों ने लोगों से ठेका बंद करवाने के लिए सोमवार को दो दिन का समय मांगा है।