कांवड़िये पहुंचे अपने-अपने शहर, आज ट्विनसिटी में होगा जलाभिषेक
जागरण संवाददाता, अंबाला : सावन की शिवरात्रि आज है और शिव¨लग का जलाभिषेक शुक्रवार रात
जागरण संवाददाता, अंबाला : सावन की शिवरात्रि आज है और शिव¨लग का जलाभिषेक शुक्रवार रात 9 बजकर 49 मिनट से शुरू होकर शनिवार सुबह 6 बजकर 27 मिनट तक चलेगा। ट्विन सिटी के मंदिर इसके लिए तैयार हैं। पुजारी शिवालय सजाने के साथ-साथ शिव¨लग का श्रृंगार करने में जुटे हैं। इसके अलावा चार पहर की पूजा की तैयारी भी हर मंदिर में कर ली गई है। हरिद्वार और गोमुख से गंगाजल लाने वाले कांवड़िये भी अंबाला पहुंच चुके हैं। इस बार जिले में करीब 8 हजार शिवभक्त कांवड़ लेकर आए हैं और मंदिरों में गंगाजल चढ़ाकर अपनी कावड़ यात्रा को विराम देंगे।
ट्विन सिटी की बात करें तो छावनी के प्राचीन श्री हाथीखाना मंदिर में सबसे ज्यादा कांवड़ियें और श्रद्धालु गंगाजल चढ़ाने के लिए पहुंचते हैं। इसीलिए मंदिर के बाहर मेले के साथ-साथ दुकानें सज चुकी हैं। दुकानदारों ने पूजा की सामग्री के साथ-साथ भोले के प्रसाद के रूप में भांग के पकौड़े बनाने की तैयारी जोर-शोर से शुरू कर दी है। शिवरात्रि के एक दिन पहले यानि बृहस्पतिवार को ट्विन सिटी भोले भी भक्ति में डूब गई। छावनी में कांवड़ियों के लिए लगाए गए संत निवास में इस बार करीब दो हजार कांवड़ियें अंबाला के पहुंच चुके हैं। यहां पर भोले की भक्ति पर आधारित भजनों पर कांवड़ियों दिनभर झूमते नजर आएं। इतना ही नहीं, जिले की सड़कों पर भोले भक्त 'एक दो तीन चार, भोले तेरी जय-जयकार लगाते दिखे और डिस्क जॉकी पर भोले भजनों पर झूमते नजर आएं।
इन जगहों पर चढ़ेगा जल
छावनी के हाथीखाना मंदिर, श्री राधा-कृष्ण एवं शिव मंदिर रेस कोर्स, लाल कुर्ती मंदिर, श्री पंचदेव मंदिर महेश नगर, सनातन धर्म मंदिर हिल, सनातन धर्म मंदिर लाल कुर्ती, श्री राधा कृष्ण मंदिर गो¨बद नगर, शिव कुटीर ट्रस्ट मंदिर और शिव प्रकट मंदिर में जल चढ़ाया जाएगा। मंदिर प्रबंधकों की ओर से से शिवालय सजाए जा रहे हैं और मंदिर के बाहर बोर्ड पर जल चढ़ाने का समय भी लिख गया हैं।
शिविर में उमड़े कांवड़िये
छावनी में करीब 4 जगहों पर कावड़ शिविर अंबाला-जगाधरी रोड के किनारे लगाए गए हैं। यहां पर संत निवास, कैपिटल चौक के पास, टांगरी ब्रिज के नजदीक और इंडस्ट्रीयल एरिया के पास कांवड़ शिविर लगाए गए हैं। इन शिविरों में कांवड़ियों की भीड़ काफी उमड़ चुकी हैं। यहां पर भोले के भक्तों को केले का प्रसाद, दूध और खाना दिया जा रहा है। संत निवास में सबसे ज्यादा कांवड़िये हैं।
डाक कांवड़ जारी
पैदल कांवड़ यात्रा तकरीबन बंद हो चुकी है सभी कांवड़ियें अपने-अपने शहर में पहुंच चुके हैं। शुक्रवार शाम को सभी कांवड़ियों ने कावड़ शिविर में आराम के बाद अपने-अपने मंदिर के नजदीक पहुंच जाएंगे। जहां पर वह गंगाजल को शिव¨लग पर चढ़ाएंगे। अब डाक कांवड़िये ही शुक्रवार दोपहर तक गंगाजल लेकर आएंगे।