कार्यकर्ताओं ने रोया दुखड़ा, भर्ती पर सीएम ने दी नसीहत
दीपक बहल, अंबाला प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलने और कार्यकर्ताओं से सीधे रूब
दीपक बहल, अंबाला
प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलने और कार्यकर्ताओं से सीधे रूबरू होने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश के हर जिले में दो दिनों का डेरा डालने की ठानी है। अफसरशाही के काम न करने से नाखुश विधायक व कार्यकर्ताओं से हर जिले में सीएम मिलेंगे और रात उसी जिले में गुजारेंगे। इसी कारण बैठक से मीडिया व डीआइपीआरओ को भी बाहर रखा गया। बैठक कर सीएम न केवल एक तीर से अफसरशाही पर लगाम कसेंगे बल्कि बागी विधायकों व नाराज कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी दूर करेंगे। इसी कड़ी में अंबाला शहर के पंचायत भवन में आयोजित बैठक में पहले सीएम ने कार्यकर्ताओं से ही पहले सरकार की उपलब्धियां गिनवाई और बाद में उनकी पीड़ा भी सुनी। कार्यकर्ताओं ने भर्ती को लेकर पीड़ा जाहिर की। सीएम ने स्पष्ट किया कि भर्ती केवल मेरिट के आधार पर ही होगी। इसमें कोई भी भाई-भतिजवाद नहीं होगा। नसीहत देते हुए ही सीएम ने यह भी कह दिया कि आप ही कह रहे हैं कि भर्ती सही हुई हैं और भ्रष्टाचार पर लगाम कसने से जनता खुश हैं। ग्रामीण अंचल से कार्यकर्ता ने कहा कि यदि मेरिट के हिसाब से भर्ती हुई तो ग्रामीण युवा पिछड़ जाएंगे। क्योंकि ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में शिक्षा के स्तर में बहुत फर्क होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो स्कूल भी बहुत कम है। इस पर सीएम ने कहा कि इस बात को लेकर तो उनसे उनके कुछ विधायक भी नाराज हैं। लेकिन मेरिट भर्ती पर ही होगी किसी कोई अतिरिक्त छूट नहीं दी जा सकती। ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए वहां पर विश्वविद्यालय बनाए जा रहे हैं। साथ ही स्कूलों के स्तर में भी सुधार लाया जा रहा है।
साधू- शैतान को एक देख रही सरकार, सीएम बोले मामला संज्ञान में..
एक कार्यकर्ता ने बिजली किल्लत की समस्या उठाते हुए जनता का दर्द ब्यान किया। कार्यकर्ता ने कहा कि जिस फीडर पर लाइन लोस ज्यादा है वहां पर ज्यादा बिजली कट लग रहे हैं। इसी कारण उस एरिया में जलापूर्ति भी बाधित होती है। कार्यकर्ता ने अपनी बात पूरी करते हुए कहा कि जिस एरिया में बिजली चोरी हो रही है उस एरिया में वह लोग भी रहते हैं जो ईमानदारी से पूरा बिल भरते हैं। ऐसा कर तो सरकार साधू व शैतान को एक दृष्टि से देख रही है। इस पर सीएम ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में है और इसमें जल्द ही बदलाव कर दिया जाएगा।