Move to Jagran APP

छावनी स्टेशन पर खामियां देख अफसरों पर बिफरी सीसीएम

जागरण संवाददाता, अंबाला : उत्तर रेलवे की चीफ कॉमर्शियल मैनेजर कैट¨रग (सीसीएम) अर्चना श्रीव

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Feb 2017 01:24 AM (IST)Updated: Mon, 27 Feb 2017 01:24 AM (IST)
छावनी स्टेशन पर खामियां देख अफसरों पर बिफरी सीसीएम
छावनी स्टेशन पर खामियां देख अफसरों पर बिफरी सीसीएम

जागरण संवाददाता, अंबाला : उत्तर रेलवे की चीफ कॉमर्शियल मैनेजर कैट¨रग (सीसीएम) अर्चना श्रीवास्तव ने रविवार को अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। करीब पौने घंटे तक सीसीएम ने अन्य अधिकारियों के साथ स्टेशन के चप्पे-चप्पे का निरीक्षण किया और खामियों पर अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई। हालांकि इस दौरान अंबाला रेल मंडल का कोई बड़ा अधिकारी मौजूद नहीं रहा। अधिकारी ने स्टेशन के प्लेटफार्म और पटरियों के बीच फैली गंदगी को देखकर अधिकारियों को लताड़ लगाई। सीसीएम ने जहां-जहां भी खामियां देखी उसी जगह की फोटो को अपने मोबाइल में भी कैद किया। वहीं प्लेटफार्म नंबर छह पर टूटे नल से व्यर्थ बहते जल पर अधिकारियों को पानी बचाने का पाठ पढ़ाया।

loksabha election banner

हुआ यह कि सीसीएम अर्चना श्रीवास्तव सुबह स्वर्ण शताब्दी ट्रेन जो कि 9:55 पर अंबाला छावनी स्टेशन पर पहुंची उसमें आ गई थी। उनके आने की सूचना पाते ही कॉमर्शियल विभाग के सीएमआइ और स्टेशन अधीक्षक के अलावा अन्य रेलवे कर्मी अधिकारी से मिलने पहुंचे। अधिकारी सबसे पहले स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर छह-सात पर ही निरीक्षण करने पहुंची। यहां खाने के स्टालों पर ठेकेदारों की ओर से रेट और खाने के सामान की लिस्ट लगाई गई हैं। अधिकारी ने स्टाल संचालकों को कहा कि यात्री को अगर खाने का कोई सामान खरीदना है तो वह क्या रेट लिस्ट स्टाल के ऊपर देखेगा। उन्होंने रेट लिस्ट ऊपर के बजाए नीचे लगाने के आदेश दिए।

टूटे नल से व्यर्थ बह रहा था पानी

वहीं प्लेटफार्म नंबर छह पर एक जगह पीने के पानी का नल टूटा हुआ था और पानी रोकने के लिए उस पानी पालीथिन बांधा हुआ था। बावजूद उसमें से पानी व्यर्थ बह रहा था। इस पर अधिकारी ने तुरंत मौके पर अधिकारियों को पानी का महत्व बताया और उन्हें जागरूकता का पाठ पढ़ाया। इसके बाद प्लेटफार्म नंबर सात पर ही एक स्टाल के पास पोल के नीचे गड्ढे को रेल कर्मचारियों ने लोहे की जाली के साथ ढका हुआ था। अधिकारी ने पूछा कि यह क्या हैं और इसे ऐसे किसने ढका है तो मौके पर मौजूद कोई भी अधिकारी जवाब नहीं दे सका। इस पर अधिकारी ने इस गड्ढे को मोबाइल में कैद किया।

वे¨डग मशीन से नदारद कर्मी, नहीं आया पानी

वहीं आइआरसीटीसी की ओर से स्टेशन पर करीब छह वाटर वे¨डग मशीनें लगाई गई हैं, लेकिन जिस दौरान अधिकारी ने निरीक्षण किया तो दो मशीनों में उनके ऑपरेटर कर्मी ही नहीं थे। ऐसे में अधिकारी ने अपने पर्स से एक-एक रुपये के दो सिक्के निकालकर मशीन में डाले लेकिन मशीन से पानी ही नहीं आया। ऐसे में उन्होंने संबंधित अधिकारियों को उस समय यह मशीनें चेक करवाने के आदेश दिए। वहीं प्लेटफार्म नंबर छह पर नलों के पास एक कर्मी ब्रश से सफाई कर रहा था तो अधिकारी ने कहा कि मेरे आने के बाद ही क्या तुम्हे यहां सफाई करना याद आया हैं।

वे¨टग हाल में गंदगी के नाम पर खानापूर्ति

वहीं प्लेटफार्म नंबर एक सेकेंड क्लास यात्रियों के लिए बनाए गए वे¨टग हाल का भी जायजा लेने अधिकारी पहुंची। यहां दो से चार फुट के फासले पर यात्रियों के बैठने के लिए बैंच लगाए गए है लेकिन इनके बीच में जमीन पर सही ढंग से सफाई नहीं की गई थी। जबकि सीढि़यों के पास दीवारों पर लोगों ने पान खाकर थूका हुआ था। अधिकारी यह देख काफी गुस्साई और मौजूद अधिकारियों को कहा कि क्या ऐसे अंबाला व‌र्ल्ड क्लास स्टेशन बनेगा। इसके तुरंत बाद कर्मियों को यहां सही ढंग से सफाई करवाने के आदेश दिए गए।

मीडिया को कमरे से बाहर निकलवाया

अधिकारी टिकट काउंटर के अंदर भी पहुंचे और करीब 15 मिनट तक उन्होंने यहां बंद कमरे में कर्मियों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद मीडिया कर्मियों को भी कमरे से बाहर रहने के लिए कहा। हालांकि अंदर क्या बातचीत हुई इसके बारे अधिकारी ने बाहर आकर कुछ भी बताने से साफ इंकार कर दिया।

प्लेटफार्म और शौचालय में गंदगी को देख बिफरी अधिकारी

अधिकारी प्लेटफार्म 1 पर शौचालय में भी निरीक्षण करने पहुंची और यहां भी पूरी तरह सफाई नहीं पर वह काफी गुस्सा हुई। साथ ही प्लेटफार्म और पटरियों के बीच पड़ी गंदगी की अधिकारी ने फोटो को भी मोबाइल कैमरे में कैद किया। गंदगी को लेकर अधिकारी ने स्टेशन अधीक्षक की जमकर क्लास भी लगाई।

प्लेटफार्म नंबर बदलने का आदेश

वहीं छावनी स्टेशन पर एक से सात नंबर तक प्लेटफार्म है जिसमें बीच के प्लेटफार्म पर नंबर दो, तीन और इससे आगे आखिरी में प्लेटफार्म नंबर छह और सात बने हुए हैं। वहीं बीच में प्लेटफार्म नंबर पांच गायब है जिसके चलते सीसीएम ने स्टेशन अधीक्षक से इस बारे में पूछा। अधीक्षक ने कहा कि बीच वाले प्लेटफार्म के बीच मालगाड़ी की जो पटरियां हैं उसे पांच नंबर में गिना जाता है। अधिकारी ने प्लेटफार्म नंबर छह का नाम पांच और सात का नाम छह करने के आदेश दिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.