'गुरु के बिना शिष्य अधूरा'
जागरण संवाद केंद्र, अंबाला :
छावनी के बीपीसी जैन स्कूल में भारत विकास परिषद विवेक शाखा द्वारा गुरु वंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान अशोक सूद ने गुरु व शिष्य के बारे में बताया कि गुरु का अर्थ है, अंधेरे से प्रकाश में लाना। गुरु वंदनीय है और शिष्य भी गुरु के बिना अधूरा है। ऐसे ही जिस शिष्य को गुरु नहीं मिलता, वह शिष्य भी गलत रास्तों पर चल पड़ते है। इस दौरान विद्यार्थी वर्ग का सम्मान कक्षा 8 वीं ज्योति रावल को परिषद सदस्य लता सचदेवा द्वारा किया गया। अध्यापक वर्ग का सम्मान कुमारी मीनाक्षी को कंवलजीत भनोट व अशोक सूद द्वारा दिया गया। परिषद के अध्यक्ष सुरेश शर्मा ने गुलाब का फूल देकर सभी बच्चों को गुरु के चरण स्पर्श करने व आशीर्वाद प्राप्त करने को कहा। प्रिंसिपल ने परिषद के सदस्यों की इस प्रकार बच्चों को संस्कार देने वाले कार्यक्रमों का आयोजन करने के लिए स्वागत किया। इसी प्रकार गुरु वंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम के तहत भारतीय पब्लिक स्कूल में विद्यार्थी वर्ग का सम्मान 12 वीं की तान्या बहल को सुषमा सिंह द्वारा दिया गया। अध्यापक वर्ग का सम्मान सरोज शर्मा को सुनीता वर्मा व परिषद के अन्य सदस्यों द्वारा दिया गया। सुधीर वर्मा ने बच्चों को गुरु की महिमा क बारे में बताया कि गुरु एक दीपक की तरह है, जो अपनी रोशनी देता है। इस रोशनी से बच्चे उच्च पदों पर पहुंचते हैं। इस दौरान गोविंद चावला ने बच्चों को नशा आदि से दूर रहने की शपथ दिलवाई। इस मौके पर प्रदीप खेड़ा व जितेंद्र गंभीर ने बच्चों को पुष्प देकर अपने गुरु का चरण स्पर्श करने के लिए कहा व स्कूल की मैनेजमेंट का पूर्ण सहयोग देने के लिए स्वागत किया गया।
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