कुदरत की मार आगे एफसीआर भी बेबस
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : सिंचाई विभाग के वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव आरआर जोवेल ने शुक्रवार को
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : सिंचाई विभाग के वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव आरआर जोवेल ने शुक्रवार को अंबाला शहर और नन्यौला अनाज मंडियों का निरीक्षण करके वर्षा के बाद गेहूं की खरीद कार्य का जायजा लिया।
किसानों ने एफसीआइ के आगे दुखड़ा रोया कि वह सुखा गेहूं लेकर मंडियों में आए थे, लेकिन समय पर एजेंसियों की ओर से खरीद न होने कारण बरसात में भीग गया है। एफसीआई ने भी किसानों को समझाया लेकिन कोई समाधान नहीं निकाल सके। मंडी के पीछे सफाई व्यवस्था से भी एफसीआई नाखुश दिखे, जिस पर उन्होंने मंडी बोर्ड और कमेटी के अधिकारियों की क्लास तक लगा दी। एक ढेरी पर एफसीआई को शक हुआ कि इसकी नमी कम है और अधिकारी इसे गिला बता रहे है। अधिकारी ने हाथों में गेहूं लेने के बाद अपने सामने उसकी मशीन में जांच करवाई तो उसकी नमी करीब 18 प्रतिशत दर्ज की गई।
एफसीआइ ने आरआर जोवेल नन्यौला और अंबाला शहर अनाज मंडी का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने गेहूं की नमी चैक करने के लिए उपलब्ध हैफेड, खाद्य एवं पूर्ति विभाग और आढ़तियों की मशीनों के माध्यम से नमी का अवलोकन किया। उन्होंने बताया कि सामान्य तौर पर गेहूं की खरीद के लिए 12 प्रतिशत नमी की छूट दी जाती है और 12 से 14 प्रतिशत की दो प्रतिशत छूट के लिए किसानों से कटौती की जाती थी। इस वर्ष वर्षा के कारण फसलों में अधिक नमी होने के कारण किसानों से काटी जाने वाली दो प्रतिशत कटौती की भरपाई सरकार द्वारा की जाएगी। वित्तायुक्त ने कहा कि सरकार ने 10 प्रतिशत कालिख वाली गेहूं खरीदने पर भी निर्णय लिया है ताकि किसानों को फसल बेचने में परेशानी पेश न आए। उन्होंने किसानों, आढ़तियों और खरीद एजेंसियों से गेहूं के खरीद कार्य में सुधार सम्बन्धी सुझाव भी आमंत्रित किए। उन्होंने कहा कि स्थानीय अधिकारी निरंतर मंडियों का दौरा करके खरीद कार्य का जायजा लें और यदि कहीं खरीद कार्य में कोई दिक्कत है तो समस्या का समाधान करके उसे जल्द सुचारू करें। उन्होंने कहा कि जिन किसानों का नुकसान हुआ है, सरकार उसकी भरपाई के लिए मुआवजा दे रही है और इस मुआवजे को 10 हजार से बढ़ाकर 12 हजार रुपये प्रति एकड़ किया गया है। इस दौरान उपायुक्त मनदीप सिंह बराड़, एडीसी ऑरबिन्द शर्मा, एसडीएम अजय सिंह तोमर, राजस्व अधिकारी जेएस विर्क सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
खेतों में जाकर अवलोकन
एफसीआइ ने स्वयं उपायुक्त और संबंधित अधिकारियों को साथ लेकर गाव नन्यौला में किसानों के साथ खेतों में जाकर फसलों के नुकसान का जायजा लिया और की गई गिरदावरी पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने गाव नन्यौला में राजस्व विभाग द्वारा फसलों की गिरदावरी करने के कार्य का भी निरीक्षण किया और किसानों से फसलों के नुकसान की जानकारी प्राप्त की। हालांकि कई जगह उन्हें ठीक से गिरदावरी नहीं किए जाने की शिकायतें मिली।
गेहूं खरीद करने के निर्देश
उन्होंने खरीद एजेंसियों और आढ़तियों को निर्देश दिए कि वे किसानों की गेहूं की खरीद लगातार करें और सुनिश्चित करें कि किसानों को बिना वजह परेशानी न आए। उन्होंने यह भी कहा कि किसान द्वारा बेची गई गेहूं की सुरक्षा के लिए भी खरीद एजेंसियों और आढ़ती पर्याप्त मात्रा में तिरपाल इत्यादि की व्यवस्था रखें। उन्होंने कहा कि मार्केट कमेटी और कृषि विपणन बोर्ड के अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि मंडियों से पानी की निकासी सुचारू रूप से हो और मंडियों की सफाई पर भी विशेष ध्यान दें।
अधिकारियों की लगाई क्लास
उन्होंने जब मंडी के साथ साथ मंडी परिसर का निरीक्षण किया तो उन्हें जगह खामियां मिली। उन्होंने जब मंडी के पीछे जायजा लिया तो वहां गंदगी के ढेर लगे थे, जिस देख अधिकारी काफी गुस्साए। गुस्साए अधिकारियों ने मार्केट बोर्ड के कार्यकारी अभियंता और मार्केट कमेटी के सचिव की जमकर क्लास लगाई।