सफाई कर्मियों का प्रशासन को अल्टीमेटम
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़ : नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों के साथ मारपीट का मामला उस समय तूल पकड़ लिया ज
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़ : नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों के साथ मारपीट का मामला उस समय तूल पकड़ लिया जब घटना की शिकायत लेकर थाना पहुचे सफाई कर्मचारियों को थाना प्रभारी ने भी जमकर लताड़ लगा दी। थाना प्रभारी के इस रवैये से नाराज हुये सफाई कर्मचारियों ने अपनी आपात बैठक बुलाकर प्रशासन को 48 घटे का अल्टीमेटम दे डाला है। मारपीट करने के दोषियों के खिलाफ कार्यवाई के साथ-साथ थाना प्रभारी के रवैये से नाराज सफाई कर्मचारियों के समर्थन में नगरपालिका कर्मचारी संघ भी उतर आया है।
नगरपालिका नारायणगढ़ के सफाई कर्मचारी बुधवार को शहर के मुख्य बाजार में पुरानी सब्जी मंडी में सफाई कर रहे थे कि इसी बीच वहा से गुजर रहे मोटरसाइकिल सवार कुछ युवकों के साथ उनकी नोकझोंक हो गई। यह नोकझोंक थोड़ी देर में ही हाथापाई तक जा पहुची और देखते ही देखते उक्त युवकों ने सफाई कर्मचारियों को बुरी तरह पीट डाला। सफाई कर्मचारियों के समर्थन में उतरे दुकानदारों को आता देख उक्त हमलावर जब मौके से फरार होने लगे तो इसी बीच उनका एक मोटरसाइकिल छूट गया। हमलावरों के इस मोटरसाइकिल को लेकर कर्मचारी नगरपालिका कार्यालय पहुंचे। कर्मचारियों के साथ हुई इस मारपीट की घटना का पता चलते ही शहर में कार्यरत सभी कर्मचारी नगरपालिका कार्यालय पर एकत्रित हो गए और इस संबंध में सचिव व नगरपालिका के चेयरमैन को शिकायत दे डाली। बताते है कि चेयरमैन व सचिव ने अपने तौर पर सारे मामले की जाच करवाने के उपरात इस संदर्भ में पुलिस में एक शिकायत भेज दी। अपनी शिकायत लेकर जब सफाई कर्मचारी थाने में पहुचे तो वहा मौजूद थाना प्रभारी ने उनकी शिकायत सुनने के बजाय उल्टा उनके साथ दुर्व्यवहार किया। थाना प्रभारी द्वारा किये गये इस व्यवहार से व्यथित हुये कर्मचारियों ने जब यह दुखड़ा अपने साथियों के सम्मुख उठाया तो इन कर्मचारियों के हक में नगरपालिका कर्मचारी संघ भी उतर आया। संघ के प्रधान सोम नाथ के अनुसार सफाई कर्मचारियों के साथ काम के दौरान की गई इस घटना की कर्मचारी संघ ने कड़े शब्दों में निंदा करने के साथ-साथ दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिये पुलिस को 48 घटे का अल्टीमेटम दे दिया है। बकौल प्रधान यदि इस बीच दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ थाना प्रभारी के खिलाफ भी कोई कदम न उठाया गया तो वे अपने इस विरोध को आदोलन का रूप दे देंगे जिसके लिये प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार होगा।
उधर, बताया जाता है कि इस घटना को लेकर सफाई कर्मचारियों ने एक शिकायत मुख्यमंत्री के साथ-साथ राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग को भी भेज दी है।