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गणेश चतुर्थी पर खूब सजी शोभायात्रा

By Edited By: Published: Fri, 29 Aug 2014 08:38 PM (IST)Updated: Fri, 29 Aug 2014 08:38 PM (IST)
गणेश चतुर्थी पर खूब सजी शोभायात्रा

जागरण संवाददाता, अंबाला : शुक्रवार को गांव से लेकर शहर तक गणेश चतुर्थी की धूम रही। विभिन्न स्थानों पर गणपति बप्पा की शोभा यात्रा निकाली गई। श्रद्धालुओं ने गणपति बप्पा मौरेया, अगले बरस तू जल्दी आ जैसे जयकारों से अपनी आस्था व्यक्त की। शोभायात्रा के दौरान गणपति बप्पा की पालकी को खूब सजाया गया था।

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फोटो 18 से 21

छावनी में सेना ने निकाली शोभायात्रा

छावनी में सेना की अलग-अलग बटालियन के जवानों ने सेना के ट्रकों में सजाई पालकी में गणपति की शोभायात्रा निकाली। इस दौरान जवान रंग गुलाल उड़ाया व पटाखे व आतिशबाजी का भी मजा लिया। छावनी के विभिन्न बाजारों में यह शोभा यात्रा निकाली गई। इस दौरान सेना के ज्यादातर जवान सादे कपड़ों में नजर आए। हालांकि, सेना के ट्रकों के साथ ड्यूटी पर तैनात जवान भी चल रहे थे।

फोटो 37

कोतवाली बाजार में गणेश उत्सव प्रारंभ

शहर में श्री सिद्धि विनायक सेवा मंडल की ओर से आयोजित गणेश उत्सव का शुभारंभ शुक्रवार को विधिवत ढग से किया गया। सुबह हवन यज्ञ के साथ कार्यक्रम स्थल का भूमि पूजन किया गया तत्पश्चात दोपहर को कोतवाली बाजार के राजा की विधिवत स्थापना की गई।

कोतवाली बाजार के राजा को शहर के जगाधरी गेट से बैंड बाजों के साथ शोभा यात्रा के रूप में कोतवाली बाजार लाया गया जहा पूजा अर्चना के पश्चात विधिवत स्थापना की गई। शोभा यात्रा शहर के जगाधरी गेट से शुरू होकर पुराना सिविल अस्पताल चौक, अंबिका देवी मंदिर, बाजार बस्ती राम, सर्राफा बाजार से होती हुई कोतवाली बाजार पहुची जहा कोतवाली बाजार के राजा की स्थापना की गई।

श्री गणेश का स्थान सर्वोपरि

शहर के विभिन्न मंदिरों व विभिन्न संस्थाओं द्वारा श्रीगणेश उत्सव बड़ी श्रद्धा व धूमधाम से मनाया गया। इसके उपलक्ष्य में नगर में शोभायात्रा भी निकाली गई।

गणेश चतुर्थी के बारे विशेष जानकारी देते हुए भृगु ज्योतिष अनुसंधान संस्थान हरियाणा के प्रधान अशोक शास्त्री ने बताया कि भारतीय संस्कृति में श्रीगणेश का स्थान सर्वोपरि है। किसी भी कार्य के आरम्भ में सर्वप्रथम श्रीगणेश का पूजन करना चाहिए। इतना ही नहीं, किसी भी देवता की पूजा के प्रारम्भ में गणेश जी अग्र पूजा करना आवश्यक माना जाता है। उन्होंने कहा कि जब-जब शिव-विष्णु, सूर्य आदि देवताओ ने गणेश जी अग्र पूजा नहीं की, तब-तब उन्हे अपने कार्य में विफल होना पड़ा। गणेश जी की शरण लेने के पश्चात ही उन्हे सिद्धि तथा कीर्ति की प्राप्ति हुई।

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गणपति बप्पा मौरेया..

नारायणगढ़ में शुक्रवार से आरंभ हुए 10 दिवसीय श्री गणपति महोत्सव के पहले दिन नगर के विभिन्न मन्दिरों में गणपति जी की प्रतिमा स्थापित की गई। गणपति सेवा दल नारायणगढ़ द्वारा निकाली गई शोभायात्रा की अगुवाई सिर पर कलश लेकर महिलाएं कर रही थी। ये शोभायात्रा नगर खेड़ा से आरंभ होकर मुख्य बाजार से होती हुई रामलीला मैदान के निकट शिवालय मंदिर में सम्पन्न हुई जहा पर गणपति जी की प्रतिमा स्थापित की गई। इसके अतिरिक्त मा गायत्री मन्दिर व श्रीपति रेणुका जी मंदिर द्वारा भी बाजे-गाजे के साथ नगर खेडा से शोभायात्रा निकाली गई। श्रीगणपति सभा नारायणगढ़ द्वारा अग्रसेन चौंक से निकाली गई शोभायात्रा मुख्य बाजार से होती हुई नगर खेडा प्रागण में पहुची। जहा पर गणपति जी की प्रतिमा स्थापित की गई। इस दौरान पारस नटखट पार्टी रूड़की के कलाकारों द्वारा शिव, पार्वती, काली की भव्य झाकिया दर्शायी गई 7 सितंबर को सभी प्रतिमाएं काला आम्ब में स्थित मारकंडा नदी में प्रवाहित की जाएंगी।


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