अब मकड़ी के जहर से की जाएगी दिमाग की हिफाजत
वैज्ञानिकों ने ऑस्ट्रेलिया में पाई जाने वाली जहरीली मकड़ी के जहर से इन कोशिकाओं के इलाज का रास्ता खोज निकाला है।
स्ट्रोक के कारण दिमाग की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं के इलाज की दिशा में उम्मीद की नई किरण दिखी है। वैज्ञानिकों ने ऑस्ट्रेलिया में पाई जाने वाली जहरीली मकड़ी के जहर से इन कोशिकाओं के इलाज का रास्ता खोज निकाला है।ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड और मोनाश यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इस शोध को अंजाम दिया है। शोधकर्ता प्रोफेसर ग्लेन किंग ने कहा, ‘पहली बार स्ट्रोक के कारण दिमाग की कोशिकाओं को होने वाले नुकसान को कम करने का तरीका मिला है।
एक छोटा सा प्रोटीन एचआइ1ए दिमाग के एसिड सेंसिंग आयन चैनल को बाधित कर देता है। स्ट्रोक के कारण दिमाग को होने वाले नुकसान में इस चैनल की अहम भूमिका होती है।’ शोध में पाया गया कि स्ट्रोक के आठ घंटे के अंदर इस प्रोटीन की एक खुराक न केवल कोशिकाओं की हिफाजत करती है, बल्कि न्यूरोलॉजिकल गतिविधियों को भी बेहतर करती है। शोध को स्ट्रोक के कारण होने वाली जटिलताओं को कम
करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
-पीटीआई
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